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Breaking-त्रिपुरा-नगालैंड और मेघालय में चुनाव तारीखों का एलान आज , EC की प्रेस वार्ता दोपहर ढाई बजे

ECI Press Conference Live : त्रिपुरा-नगालैंड (Tripura-Nagaland) और मेघालय विधानसभा चुनाव (Meghalaya Assembly Election) का एलान आज दोपहर ढाई बजे हो सकता है। इसके लिए चुनाव आयोग ने प्रेस वार्ता बुलाई है। बता दें कि नगालैंड विधानसभा (Nagaland Assembly) का कार्यकाल 12 मार्च, मेघालय विधानसभा (Meghalaya Assembly) का 15 मार्च और त्रिपुरा विधानसभा (Tripura Assembly ) का कार्यकाल 22 मार्च को समाप्त हो रहा है।

By संतोष सिंह 
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ECI Press Conference Live : त्रिपुरा-नगालैंड (Tripura-Nagaland) और मेघालय विधानसभा चुनाव (Meghalaya Assembly Election) का एलान आज दोपहर ढाई बजे हो सकता है। इसके लिए चुनाव आयोग ने प्रेस वार्ता बुलाई है। बता दें कि नगालैंड विधानसभा (Nagaland Assembly) का कार्यकाल 12 मार्च, मेघालय विधानसभा (Meghalaya Assembly) का 15 मार्च और त्रिपुरा विधानसभा (Tripura Assembly )का कार्यकाल 22 मार्च को समाप्त हो रहा है। त्रिपुरा में इस वक्त भाजपा की सरकार है। वहीं, नगालैंड में एनडीपीपी (NPP)के नेफ्यू रियो मुख्यमंत्री हैं। मेघालय में एनपीपी (NPP) के कोनराड संगमा की सरकार है। दोनों राज्यों में भाजपा सत्ताधारी गठबंधन (BJP Ruling Coalition) का हिस्सा है।

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बता दें कि 2018 में तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly Election)  की तारीखों का एलान 18 जनवरी को हुआ था। तब इन तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) दो चरणों में संपन्न हुए थे। पहले चरण में 18 फरवरी को त्रिपुरा (Tripura) में वोटिंग हुई थी। वहीं, दूसरे चरण में 27 फरवरी को मेघालय (Meghalaya) और नगालैंड में वोट पड़े थे। 3 मार्च 2018 को तीनों राज्यों के चुनाव नतीजे आए थे।

त्रिपुरा विधानसभा चुनाव (Tripura Assembly Election) 2018 में भाजपा (BJP) ने जीत दर्ज की थी। भाजपा (BJP) ने यहां 25 साल से शासन कर रहे लेफ्ट को बेदखल किया था। बिप्लब देब (Biplab Deb) राज्य मुख्यमंत्री बने। 2022 में भाजपा (BJP)  ने देब की जगह माणिक साह को राज्य की कमान सौंपी। अब साह पर भाजपा (BJP)  को सत्ता में वापसी कराने की जिम्मेदारी होगी।

हालांकि, बीते कुछ महीनों से राज्य में सियासी उथलपुथल जारी है। भाजपा (BJP)  नेता हंगशा कुमार त्रिपुरा इस साल अगस्त में अपने 6,000 आदिवासी समर्थकों के साथ टिपरा मोथा में शामिल हो गए। वहीं, आदिवासी अधिकार पार्टी भाजपा (BJP)  विरोधी राजनीतिक मोर्चा बनाने की कोशिश कर रही है। इसके साथ ही कई नेता पार्टियां बदल रहे हैं।

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