यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) रविवार को बयान जारी कर खाप पंचायतों (Khap Panchayats) और हरियाणा के जाटों से अपील की है कि वह दिल्ली आने से पहले अपने गांव या आसपास के किसी भी पहलवानों से उनके बारे में पूछ लें।
नई दिल्ली। यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) रविवार को बयान जारी कर खाप पंचायतों (Khap Panchayats) और हरियाणा के जाटों से अपील की है कि वह दिल्ली आने से पहले अपने गांव या आसपास के किसी भी पहलवानों से उनके बारे में पूछ लें। बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने कहा कि जो लड़ाई वह लड़ रहे हैं, वह जूनियर बच्चों के लिए है। उन्होंने आगे कहा कि गरीब बच्चों के माता पिता अपने जीवन में कटौती कर अपने बच्चों को पहलवान बनाना चाहते हैं। वह उनकी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि यदि एक भी गुनाह साबित हो गया तो वह फांसी पर लटक जाएंगे।
डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने कहा कि चूंकि मामला दिल्ली पुलिस के विचाराधीन है। इसलिए सब बातों पर खुलकर नहीं बोल सकता। लेकिन मेरे चाचा-ताऊ और पहलवानी से जुड़े हुए परिवार, मैंने पहले ही दिन कहा था कि इनके पास यदि कोई वीडियो हो या मैंने कभी किसी खिलाड़ी को फोन किया हो या इनके पास गवाह हो तो सामने लाएं। आप मेरी बातों का भरोसा न करें। आपके पड़ोस में कोई बच्चा जो कुश्ती से जुड़ा हो चाहे वह पुरुष या महिला पहलवान हो, उनसे पूछो कि क्या यह बृज भूषण रावण है, दुराचारी है। मेरी बात पर भरोसा मत करें उनसे ही पूछिए।
मोदी सरकार और बृजभूषण की अर्थी जलाएगा बीकेयू (उगराहां)
इसी बीच पंजाब से कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे संगठन बीकेयू उगराहां ने ऐलान किया है कि वह 11 मई से 18 मई के बीच देश भर में मोदी सरकार और बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) की अर्थी जलाएगा। अर्थियां जलाने की घोषणा संगठन के जोगिंदर उगराहां ने की है।
बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी होनी चाहिए: राकेश टिकैत
पहलवानों के धरने में शामिल होने के लिए जंतर-मंतर को निकले किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि ‘उन्हें (प्रदर्शनकारी पहलवानों को) हमारा पूरा समर्थन है। हम आज (भविष्य की कार्रवाई के बारे में) फैसला करेंगे। बृज भूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) की गिरफ्तारी होनी चाहिए।
सूत्र बताते हैं कि बीजेपी भी इस मामले में कोई बड़ा फैसला लेने से बच रही है, क्योंकि पार्टी नहीं चाहती कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में उसका प्रभुत्व कम हो, खासकर उन जगहों पर जहां सिंह आबादी का दबदबा ज्यादा है। पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता के अनुसार, “लोकसभा चुनावों में अब कुछ महीनों का ही समय रह गया है। बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) का करीब 6 से 7 सीटों पर बड़ा प्रभाव है, इसलिए पार्टी ने इस पूरे मामले पर नजर बना रखी है।