BSP MLA Vinay Shankar Tiwari Jeevan Parichay : उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) के पूर्व कबीना मंत्री और बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी (Bahubali Leader Harishankar Tiwari) के बेटे विनय शंकर तिवारी अपने पिता की विरासत बचाने के लिए चिल्लूपार विधानसभा सीट (Chillupar Assembly Seat) से बीएसपी (BSP) के सिंबल पर यूपी की 17 वीं विधान सभा चुनाव मैदान में कूदे थे।
BSP MLA Vinay Shankar Tiwari Jeevan Parichay : उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) के पूर्व कबीना मंत्री और बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी (Bahubali Leader Harishankar Tiwari) के बेटे विनय शंकर तिवारी अपने पिता की विरासत बचाने के लिए चिल्लूपार विधानसभा सीट (Chillupar Assembly Seat) से बीएसपी (BSP) के सिंबल पर यूपी के विधान सभा चुनाव मैदान में कूदे थे। इस चुनाव में बीएसपी (BSP) का झंडा गाड़ते हुए विनय शंकर तिवारी पहली बार उत्तर प्रदेश की 17 वीं विधान सभा (17th Legislative Assembly of Uttar Pradesh) के सदस्य चुने गए हैं।
विनय शंकर तिवारी का व्यक्तिगत जीवन (Vinay Shankar Tiwari personal life)
बीएसपी विधायक विनय शंकर तिवारी का जन्म 15 फरवरी 1966 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के टाडा गांव में पूर्वांचल के बाहुबली नेता हरि शंकर तिवारी के घर हुआ था। उन्होंने 1987 में लखनऊ विश्वविद्यालय(Lucknow University), लखनऊ से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की है। श्री तिवारी ने 21 फरवरी 1992 को रीता तिवारी से शादी की। उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी है।
जीवन परिचय
नाम – विनय शंकर तिवारी
निर्वाचन क्षेत्र – 328, चिल्लूपार, गोरखपुर।
दल – बहुजन समाज पार्टी
पिता का नाम- हरिशंकर तिवारी
जन्म तिथि –15 फरवरी, 1966
जन्म स्थान-टाड़ा (गोरखपुर)
धर्म- हिन्दू
जाति –ब्राह्मण
शिक्षा – स्नातक, एलएलबी
विवाह तिथि- 21 फरवरी, 1992
पत्नी का नाम- रीता तिवारी
सन्तान – एक पुत्र, एक पुत्री
व्यवसाय –व्यापार
मुख्यावास – ग्राम व पोस्ट-टाड़ा, जनपद- गोरखपुर।
विनय शंकर तिवारी का राजनीतिक करियर
विनय शंकर तिवारी एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता हरि शंकर तिवारी छह बार चिलुपार से विधायक थे और उनके भाई भीष्म शंकर तिवारी संत कबीर नगर (2009-2014) से सांसद थे। विनय शंकर तिवारी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2008 के उपचुनाव चुनाव में की थी, उन्हें बलिया (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) से बहुजन समाज पार्टी ने टिकट दिया था, लेकिन सपा के नीरज शेखर से 1,31,286 मतों के अंतर से हार गए थे।
राजनीतिक योगदान
मार्च, 2017 सत्रहवीं विधान सभा के सदस्य प्रथम बार निर्वाचित