यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP assembly elections 2022) में मिली हार के बाद से BSP सुप्रीमो मायावती(Mayavati) समीक्षा बैठक कर रही हैं। समीक्षा बैठक के दौरान वो हार के कारणों को जानने का प्रयास करने की कोशिश की। इसके साथ ही 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर पार्टी के नेताओं से बातचीत की।
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP assembly elections 2022) में मिली हार के बाद से BSP सुप्रीमो मायावती (Mayavati) समीक्षा बैठक कर रही हैं। समीक्षा बैठक के दौरान वो हार के कारणों को जानने का प्रयास करने की कोशिश की। इसके साथ ही 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर पार्टी के नेताओं से बातचीत की।
बताया जा रहा है कि मायावती (Mayavati) ने 2024 चुनाव को देखते हुए अब रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसी के चलते अब वो चार प्रमुख जातियों को समान प्रतिनिधित्व देने की तैयारी शुरू कर दी हैं। नई रणनीति के मुताबिक BSP पार्टी में दलित, ओंबीसी, मुस्लिम और सवर्ण को बराबरी की भागीदारी देने पर काम शुरू कर दिया है।
दरअसल, अभी तक BSP हर विधानसभा में एक समन्वयक यानी कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया जाता था। इसमें ज्यादातरा दलित नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी जाती थी लेकिन अब मायावती नई रणनीति के मुताबिक विधानसभा में चार नेताओं को जिम्मा सौंपा जाएगा और ये चारों नेता अलग अलग वर्गों के होंगे।
गौरतलब है कि, BSP को अभी तक सबसे शर्मनाक हार मिली है। 403 सीटों पर लड़ने वाली बसपा को महज एक सीट हासिल हुई है। सबसे अहम बात ये है कि बसपा के कई प्रत्याशियों ने अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए।