केंद्र की भाजपा सरकार के आठ साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता के सामने कामों की रिपोर्ट रखी। '8 साल सेवा सुशासन और गरीब कल्याण के' कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष समेत अन्य नेता मौजूद रहे। इस दौरान केंद्र सरकार की योजनाओं से संबंधित 'ब्रोशर' का विमोचन हुआ।
लखनऊ। केंद्र की भाजपा सरकार के आठ साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता के सामने कामों की रिपोर्ट रखी। ‘8 साल सेवा सुशासन और गरीब कल्याण के’ कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष समेत अन्य नेता मौजूद रहे। इस दौरान केंद्र सरकार की योजनाओं से संबंधित ‘ब्रोशर’ का विमोचन हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत 08 वर्षों से केंद्र सरकार ने सेवा, सुशासन व गरीब कल्याण के क्षेत्र में देश की 135 करोड़ जनता के मन में एक नया विश्वास भरा है। इस मंत्र के अनुरूप केंद्र सरकार ने देश में बिना भेदभाव के गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाएं व समाज के प्रत्येक तबके के हितों के लिए जो कार्य किए, आज वह देश के 135 करोड़ जनमानस के जीवन में व्यापक परिवर्तन का कारक बने हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, हम सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने मई, 2014 में देश की कमान अपने हाथों में ली थी। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने देश को ‘सबका साथ, सबका विकास’ का मंत्र दिया। गरीबी हटाओ के नारे दशकों से देश में लग तो रहे थे लेकिन गरीबी उन्मूलन के लिए कोई ठोस प्रयास इन 35-40 वर्षों में कहीं भी होते हुए दिखाई नहीं दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि, गरीब कल्याणकारी योजनाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के प्रोजेक्ट्स, किसानों के उन्नयन के लिए उनकी इनकम को दोगुना करने के किए गए प्रयास और युवाओं के रोजगार व उन्हें स्वावलम्बन की ओर अग्रसर करने वाले कार्यक्रमों ने देश की तस्वीर को बदला है। इसके साथ ही कहा कि,’स्मार्टफोन’ व्यक्ति के लिए कोई विलासिता पूर्ण वस्तु नहीं, बल्कि उसके जीवन में परिवर्तन का कारक बन सकता है।
डिजिटल ट्रांजेक्शन के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति को भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के तहत योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों ने नए भारत के निर्माण में मील के पत्थर के रूप में एक अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया है।