हिंदू धर्म श्रद्धालुओं द्वारा चैत्र माह में मां दुर्गा की पूजा पूर्ण मनोयोग से की जाती है। इस बार चैत्र नवरात्रि 02 अप्रैल से प्रारंभ हो रही है।
Chaitra Navratri 2022 : हिंदू धर्म श्रद्धालुओं द्वारा चैत्र माह में मां दुर्गा की पूजा पूर्ण मनोयोग से की जाती है।इस बार चैत्र नवरात्रि 02 अप्रैल से प्रारंभ हो रही है। मां दुर्गा को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लिए भक्त गण नौ दिनों तक उपवास रखकर मां की पूजा उपासना करते है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। आइए जानते हैं चैत्र नवरात्रि व्रत के नियमों के बारे में।
1.कलश स्थापना करके मां दुर्गा की नौ दिनों तक उपासना करना सबसे उत्तम होता है।
2.अपने घर पर मां दुर्गा का ध्वज लगाते हैं, तो उसे चैत्र नवरात्रि में बदल दें।
3.कलश के पास एक पात्र में मिट्टी भरकर उसमें जौ बोना चाहिए।
4.लहसुन और प्याज तामसिक भोजन की श्रेणी में आते हैं। मान्यता है कि तामसिक भोजन मन की एकाग्रता भंग करता है। इसलिए नवरात्रि के दिनों में तामसिक भोजन का सेवन वर्जित होता है।
5.नवरात्रि के दिनों में चमड़े की बेल्ट, जूते, जैकेट आदि पहनने से भी परहेज करें। चमड़ा जानवरों की खाल से बनता है इसलिए इसे अशुभ माना गया है। नवरात्रि के शुभ दिनों में चमड़े का इस्तेमाल वर्जित होता है।