मां दुर्गा की पूजा अर्चना में भक्त गण कठिन तपस्या करते है। मां दुर्गा से मनोवांक्षित वरदान पाने के लिए भक्त गण नवरात्रि के नौ दिन व्रत उपवास करते है।
Chaitra Navratri 2022 : मां दुर्गा की पूजा अर्चना में भक्त गण कठिन तपस्या करते है। मां दुर्गा से मनोवांक्षित वरदान पाने के लिए भक्त गण नवरात्रि के नौ दिन व्रत उपवास करते है। चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों में मां के अलग अलग स्वरूपों की पूजा करने विधान है। देवी शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और देवी सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना होती है।
मां की पूजा घट स्थापना करके की जाती है। इस साल चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से शुरू होगी और 11 अप्रैल 2022 को समापन होगा। चैत्र नवरात्रि की घटस्थापना का शुभ मुहूर्त शनिवार, अप्रैल 2, 2022 को सुबह 06:10 से 08:31 बजे तक तक रहेगा। नौ दिन चलने वाली इस चैत्र नवरात्रि को बेहद खास और मंगलकारी बताया जा रहा है। चैत्र नवरात्रि में मकर राशि में शनि देव, मंगल के साथ रहेंगे, जो पराक्रम में वृद्धि करेंगे। रवि पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग नवरात्रि को स्वयं सिद्ध बनाएंगे।
चैत्र नवरात्रि के दौरान कुंभ राशि में गुरु, शुक्र के साथ रहेगा। मीन में सूर्य, बुध के साथ, मेष में चंद्रमा, वृषभ में राहु, वृश्चिक में केतु विराजमान रहेंगे।जहां कुछ राशियों के लिए यह गोचर नकारात्मक हो सकता है वहीं ज्योतिषी के अनुसार ये मेष और कुंभ राशि के लिए शुभ होने वाला है।