चंद्र ग्रहण एक आश्चर्य जनक खगोलीय घटना है। इसका असर जनजीवन पर पड़ता है। साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण इस बार शरद पूर्णिमा के दिन 28 अक्टूबर के दिन लगने जा रहा है।
Chandra Grahan 2023 : चंद्र ग्रहण एक आश्चर्य जनक खगोलीय घटना है। इसका असर जनजीवन पर पड़ता है। साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण इस बार शरद पूर्णिमा के दिन 28 अक्टूबर के दिन लगने जा रहा है। बता दें कि ये ग्रहण 30 साल बाद लगेगा। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को कुछ नियमों का विशेष रूप से पालन करना होगा। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण की घटना को बेहद खास और महत्वपूर्ण माना गया है। चंद्र ग्रहण का प्रभाव देश-दुनिया समेत सभी लोगों के जीवन पर देखने को मिलता है। शरद पूर्णिमा को रास पूर्णिमा भी कहा जाता है। मान्यतानुसार शरद पूर्णिमा पर श्रीकृष्ण ने राधारानी और गोपियों संग महारास किया था। भक्त इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा भी करते हैं और दान आदि भी किया जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 28 अक्टूबर मध्य रात्रि से चंद्र ग्रहण शुरू होग और इसका समापन 2 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात लगने वाला है। 28 अक्टूबर, शनिवार की मध्यरात्रि इस चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा। 29 अक्टूबर का दिन 12 बजे के बाद शुरू हो जाएगा और यह ग्रहण 1:05 एएम से 2:24 एएम तक रहने वाला है। इसका कुल समय लगभग 1 घंटा 19 मिनट होगा।
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं हनुमान चालीसा, विष्णु सहस्त्रनाम, आदित्य हृदय स्त्रोत, विष्णु हस्ताक्षरी मंत्र और पंचाक्षरी मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ होता है।