बता दें कि, डॉ. रितु कारिधाल का जन्म 1975 में लखनऊ के मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। बचपने से ही इन्हें चांद-सितारों और आसमान में दिलचस्पी थी। इसरो और नासा से संबंधित समाचार पत्रों के लेख, जानकारी और तस्वीरें इकट्ठा करना उनका शौक था।
Chandrayaan 3 Launch: भारत के लिए आज का दिन बेहद ही खास है। कुछ ही देर में चंद्रयान-3 को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन को लेकर हर तरह की तैयारी पूरी की जा चुकी है। इस बीच चंद्रयान—3 मिशन का नेतृत्व कर रही डॉ. रितु कारिधाल भी खूब चर्चाओं में हैं। रितु को बचपन से ही स्पेस साइंस में दिलचस्पी थी। वह स्कूल लाइफ में नासा और इसरो के अभियानों से जुड़ी खबरें जुटाया करती थीं। यह उनके सबसे पसंदीदा कामों में से एक था।
बता दें कि, डॉ. रितु कारिधाल का जन्म 1975 में लखनऊ के मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। बचपने से ही इन्हें चांद-सितारों और आसमान में दिलचस्पी थी। इसरो और नासा से संबंधित समाचार पत्रों के लेख, जानकारी और तस्वीरें इकट्ठा करना उनका शौक था। लखनऊ यूनिवर्सिटी से 1996 में फिजिक्स में एमएससी करने वाली रितु कारीधाल इससे पहले भी इसरो के कई अहम अभियानों का हिस्सा रह चुकी हैं। रितु ने कई अभियानों के डायरेक्टर के तौर पर भी भूमिका अदा की है। खास बात यह है कि रितु कारीधाल की पूरी पढ़ाई भारत में ही हुई थी। लखनऊ से एमएससी करने के बाद उन्होंने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस से एमटेक की डिग्री ली थी।
बता दें कि, इसरो 14 जुलाई, 2023 को दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से चंद्रयान 3 लॉन्च करने जा रहा है। चंद्रयान 3 मिशन के अंतर्गत इसका रोबोटिक उपकरण 24 अगस्त तक चांद के उस हिस्से (शेकलटन क्रेटर) पर उतर सकता है जहां अभी तक किसी भी देश का कोई अभियान नहीं पहुंचा है। इसी वजह से पूरी दुनिया की निगाहें भारत के इस मिशन पर हैं।