केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) ने राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) के मुगल गार्डन (Mughal Garden) का नाम बदल दिया है। अब इसे 'अमृत उद्यान' (Amrit Udyan) के नाम से जाना जाएगा। राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) का मुगल गार्डन (Mughal Garden) अपनी सुंदरता के लिए काफी चर्चित है। इसे देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक आते हैं।
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) ने राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) के मुगल गार्डन (Mughal Garden) का नाम बदल दिया है। अब इसे ‘अमृत उद्यान’ (Amrit Udyan) के नाम से जाना जाएगा। राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) का मुगल गार्डन (Mughal Garden) अपनी सुंदरता के लिए काफी चर्चित है। इसे देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक आते हैं।
यहां पर 138 तरह के गुलाब, 10 हजार से ज्यादा ट्यूलिप बल्ब और 70 अलग-अलग प्रजातियों के लगभग 5 हजार मौसमी फूलों की प्रजातियां हैं। इस गार्डन को देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद (Dr. Rajendra Prasad) ने आम लोगों के लिए खुलवाया था, तब से आज तक हर साल स्प्रिंग सीजन में इसे जनता के लिए खोला जाता है।
बता दें कि 15 एकड़ में फैले इस गार्डन का निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान किया गया था। कहावत है कि मुगल गार्डन (Mughal Garden) देश के राष्ट्रपति भवन की आत्मा है। मुगल गार्डन (Mughal Garden) का एक हिस्सा खास गुलाब की किस्मों के लिए जाना जाता है। अंग्रेजी वास्तुकार सर एडवर्ड लुटियन्स (English architect Sir Edward Lutyens) द्वारा राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) और मुगल गार्डन (Mughal Garden) को डिजाइन किया था।