चित्रकूट में खनन माफिया कितना बेलगाम हो चुके हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि छापा मारने आई पुलिस टीम पर उन्होंने हमला बोल दिया। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो गए हैं। पुलिस के अनुसार मंगलवार देर रात बालू घाट से अवैध तरीके से खनन कर बैल गाड़ियों पर लोड किया जा रहा था।
चित्रकूट। चित्रकूट में खनन माफिया कितना बेलगाम हो चुके हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि छापा मारने आई पुलिस टीम पर उन्होंने हमला बोल दिया। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो गए हैं। पुलिस के अनुसार मंगलवार देर रात बालू घाट से अवैध तरीके से खनन कर बैल गाड़ियों पर लोड किया जा रहा था। इस सूचना पर गई पुलिस टीम पर खनन माफियाओं के गुर्गों ने हमला बोल दिया। एक सिपाही के पैर में गंभीर चोट आई है।
घटना चित्रकूट के पहाड़ी थाना क्षेत्र के ममसी गांव के नदी घाट की है। पुलिस टीम पर हमले की सूचना मिलते ही मौके पर पहाड़ी थानेदार के अलावा सीमावर्ती कमासिन थाने की पुलिस भी पहुंची। पुलिस टीम ने हमलावरों को चिन्हित कर तलाश शुरू कर दी है। खनन माफियाओं के गुर्गों के हमले में तीन सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। मिली जानकारी के अनुसार चित्रकूट-बांदा सीमावर्ती ममसी गांव के पास बागे नदी घाट पर बड़े पैमाने पर अवैध खनन होता है। यहां मोरंग लादकर बैल गाड़ी से सड़क तक ले लाने के बाद ट्रकों में लोड करके आगे भेजा जाता है।
अवैध खनन की सूचना पहले पहाड़ी थाना पुलिस को मिली थी। इस पर पुलिस टीम ने बुधवार को भोर में करीब चार बजे नदी के घाट पर छापा मारा। पुलिस के मुताबिक उस वक्त घाट पर दर्जनों बैल गाड़ियों में अवैध मोरंग भरकर ले जाई जा रही थी। पुलिस टीम ने यह खनन रोक दिया। इसी दौरान माफिया के गुर्गों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। देखते ही देखते गांव से लोग लाठी डंडे लेकर वहां आ गए। उन्होंने पुलिसवालों को पीटकर खदेड़ दिया। उनकी बाइक भी तोड़ दी। हमले में सिपाही पंकज, दीपक और नरेंद्र को गंभीर चोंटे आई है। एक सिपाही के पैर में फ्रैक्चर हो गया है।