यूपी (UP) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने गुरुवार को अलीगढ़ में 497 करोड़ लागत की लोक-कल्याणकारी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान सीएम योगी (CM Yogi) ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए।
अलीगढ़। यूपी (UP) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने गुरुवार को अलीगढ़ में 497 करोड़ लागत की लोक-कल्याणकारी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान सीएम योगी (CM Yogi) ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए। जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि आज कोई व्यक्ति भूखा नहीं रह सकता, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने पुख्ता व्यवस्था की है कि हर व्यक्ति को राशन मिल सके। पढ़ाई के साथ-साथ सफाई की व्यवस्था हो सके और फिर कमाई के साथ-साथ उत्तम स्वास्थ्य की भी व्यवस्था हो सके। ये समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को संसाधन के साथ जोड़ने का प्रयास होता है।
जनपद अलीगढ़ में ₹497 करोड़ लागत की लोक-कल्याणकारी परियोजनाओं के लोकार्पण/शिलान्यास एवं विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र वितरण व संवाद कार्यक्रम में… https://t.co/NMKm2oMJec
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 19, 2023
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ मिल रहा है। पीएम की अनेक योजनाओं को आगे बढ़ाया गया है। बैंकों में जनधन खाते खोले गए। डबल इंजन की सरकार चल रही है। जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा है कि 2017 से पहले की सरकारों में अनुसूचित वर्ग को यातनाएं देने का काम होता था। उन्हें सिर्फ सिर्फ वोट बैंक के रूप में उपयोग किया था। मगर कभी कल्याण नहीं हुआ और सम्मान नहीं दिया गया। अनुसूचित वर्ग के महापुरुषों की मूर्तियों को हटाने के प्रयास के साथ उन्हें अपमानित किया गया। मगर भाजपा की केंद्र व प्रदेश की सरकारें उन्हें सम्मान व सुरक्षा देने का काम कर रही हैं। अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को विकास योजनाओं से आच्छादित कर डा.बीआर आंबेडकर के समरस समाज की परिकल्पना के सपने को साकार करने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के साढ़े नौ वर्ष के कार्यकाल दौरान देश परिवर्तन और नई ऊंचाई को प्राप्त कर रहा है। एक नए भारत का निर्माण हो रहा है ओर एक ऐसा भारत तैयार हो रहा है। जिसमे जाति, धर्म, परिवारवाद से ऊपर उठकर सबका साथ, सबका विकास के तहत सर्व समाज को जोडऩे का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं का ब्योरा पेश करते हुए कहा कि आजादी के बाद से जो विभिन्न जातियां अपने अधिकार और समाज की मुख्य धारा से वंचित थी। वर्तमान समय में डबल इंजन केंद्र और राज्य सरकार उन्हें सम्मान दिलाने के साथ समाज की मुख्य धारा से जोडऩे का कार्य कर रही है। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ले रही है।
वाल्मीकि जयंती (Valmiki Jayanti) पर हर मंदिर पर अखंड रामायण (Akhand Ramayana ) का पाठ कराकर समाज को जोडऩे का काम किया जा रहा है। अब सरकार की योजना है कि दिसंबर 2023 तक अनुसूचित वर्ग के सवा करोड़ लोगों को स्वामित्व योजना के तहत जमीन का पट्टा देकर लाभान्वित किया जाएगा। ताकि भूमि विवाद दिखाकर उनसे जमीन कोई न छीन सके। अनुसूचित जाति के छात्राओं के लिए छात्रावास के निर्माण कराया जाएगा। कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी । जिससे उनका भविष्य संवरेगा।
उन्होंने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश की सरकारों के कारनामे किसी से छिपे नहीं है। उस दौर में अनुसूचित वर्ग के महापुरुषों की मूर्ति हटाने के साथ समाज को अपमानित करने का काम किया जाता था। अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति रोक दी गई थी। मगर प्रदेश में भाजपा सरकार आने पर अनुसूचित वर्ग के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति बाहल की गई है। हर सरकारी कार्यालय में भीमराव आंबेडकर की तस्वीर देखने को मिलती है। पिछली सरकारों ने अनुसूचित वर्ग को वोट बैंक के रूप में उपयोग करने का कार्य किया गया । लेकिन समाज जिस सम्मान का हकदार था। वह सम्मान कभी नहीं दिया गया है।
प्रदेश में 2017 से पहले इस समाज के लोग कोई यात्रा नहीं निकल सकते थे। उनके पर्व व त्योहार सही तरीके से नहीं मनाए जाने पर रोका जाता था। उपद्रवियों द्वारा उन्हें यातनाएं दी जाती थीं। प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद सुरक्षा और सम्मान देने का कार्य किया गया है। डा. भीमराव आंबेडकर ने समरस समाज का सपना देखा था। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व में उसे सपने को साकार करने का कार्य किया जा रहा है। लालपुर में महर्षि वाल्मीकि की जन्मस्थली का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है, वही वाराणसी में संत रविदास की जन्मस्थली को सुंदर और भव्य बनाने का कार्य किया जा रहा है।