कोरोना महामारी के दौरान बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद रीयल हीरो बने हुए हैं। पिछले साल से लगातार वह लोगों की मदद के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। आम लोग ही नहीं कई स्टार्स भी उनसे मदद की गुहार लगा चुके हैं। हाल ही में उनसे भारतीय सेना के एक कमांडिंग अफसर ने कोविड फैसिलिटी के लिए मदद मांगी। उन्होंने खत लिखकर सोनी से मदद की अपील की है। लेकिन कमांडिंग अफसर का सोनू से मदद मांगना अफसरों को रास नहीं आया।
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के दौरान बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद रीयल हीरो बने हुए हैं। पिछले साल से लगातार वह लोगों की मदद के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। आम लोग ही नहीं कई स्टार्स भी उनसे मदद की गुहार लगा चुके हैं।
हाल ही में उनसे भारतीय सेना के एक कमांडिंग अफसर ने कोविड फैसिलिटी के लिए मदद मांगी। उन्होंने खत लिखकर सोनी से मदद की अपील की है। लेकिन कमांडिंग अफसर का सोनू से मदद मांगना अफसरों को रास नहीं आया।
सोनू सूद को लिखा खत कमांडिंग ऑफिसर की तरफ से लिखे पत्र में बॉलीवुड स्टार सोनू सूद से कोविड-19 फैसल्टी के लिए उपकरण खरीदने में मदद की गुहार लगाई गई। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, बटालियन के सीओ की तरफ से 13 मई को लिखे एक पत्र में फिल्म स्टार सोनू सूद को बताया कि सेना जैसलमेर सैन्य स्टेशन में 200 बिस्तरों वाला कोविड देखभाल केंद्र बना रही है।
खत लिखकर मांगी मदद इसके लिए उन्होंने सोनू सूद से 4 आईसीयू बेड, 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 10 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर, 1 एक्स-रे मशीन और दो 15 केवीए जनरेटर सेट सहित अस्पताल के लिए आवश्यक कुछ उपकरणों को दिलाने का निवेदन किया। खत में कहा गया कि सूद का ये काम याद रखा जाएगा।
अधिकारियों ने दी सफाई रिपोर्ट में सेना मुख्यालय नई दिल्ली के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि करते हुए बताया कि पत्र सोनू सूद को लिखा गया था, लेकिन उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह अत्याधिक उत्साह में लिखा गया है। सेना ने नागरिक राज्य प्रशासन की मदद के लिए अपने संसाधनों से देश भर में कई कोविड अस्पताल स्थापित किए हैं।
राजस्थान के ही श्रीगंगानगर में आज 50 बिस्तरों वाला एक अस्पताल स्थापित और संचालित किया गया है। आपको बता दें कि हाल ही में सोनू सूद ने मुंबई से राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक बीमार बुजुर्ग महिला की मदद की थी। सोनू ने कोरोना के बाद ब्लैक फंगस से जूझ रही महिला को जरूरी इंजेक्शन मुंबई से फ्लाइट से जयपुर और फिर जयपुर से कार के जरिए श्रीगंगानगर भिजवाकर बड़ी राहत दी थी।