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यूपी बार काउंसिल के फैसले पर आम अधिवक्ता अपने को महसूस कर रहा है ठगा : मुलायम सिंह यादव

हापुड़ (Hapur) में अधिवक्ताओं के साथ-साथ महिला व वरिष्ठ अधिवक्ताओं के ऊपर यूपी पुलिस (UP Police) ने बरबरतापूर्वक लाठीचार्ज किया था। इसको लेकर आन्दोलनरत कानपुर देहात बार संघों को यूपी बार काउंसिल (UP Bar Council) द्वारा आंदोलन स्थगन की कोई लिखित सूचना न भेजे जाने पर कड़ा एतराज जताया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

कानपुर। हापुड़ (Hapur) में अधिवक्ताओं के साथ-साथ महिला व वरिष्ठ अधिवक्ताओं के ऊपर यूपी पुलिस (UP Police) ने बरबरतापूर्वक लाठीचार्ज किया था। इसको लेकर आन्दोलनरत कानपुर देहात बार संघों को यूपी बार काउंसिल (UP Bar Council) द्वारा आंदोलन स्थगन की कोई लिखित सूचना न भेजे जाने पर कड़ा एतराज जताया है।

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कानपुर देहात जनपद न्यायालय के अधिवक्ता जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि जनपद न्यायालय में 10 वर्ष गुजर जाने के बाद भी अधिवक्ताओं के चेम्बर समस्या का समाधान न होने के कारण एकीकृत बार एसोसिएशन अध्यक्ष राधेश्याम कटियार, महामन्त्री संजय सिंह सिसोदिया वरिष्ठ अधिवक्ता जितेन्द्र प्रताप सिंह चौहान के नेतृत्व में न्यायिक अधिवक्ता कार्य से विरत रहे। यह जानकारी सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता जितेन्द्र प्रताप सिंह चौहान ने दी।

जितेन्द्र चौहान ने बताया कि यूपी बार काउंसिल के सह अध्यक्ष प्रशांत सिंह अटल (Prashant Singh Atal) से मोबाइल पर हुई वार्ता से जानकारी हुई कि अधिवक्ताओं की लगभग सभी मांगें राज्य सरकार ने मान ली है, किन्तु इस सम्बंध में बार काउंसिल द्वारा कोई अधिकृत पत्र न जारी करने के कारण आम अधिवक्ता अपने को ठगा महसूस कर रहा है। बार काउंसिल के प्रति बेहद आक्रोश में है। जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हापुड़ की घटना में पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं को आन्दोलित किया था, किन्तु बार काउंसिल ने आन्दोलन को अपने हाथ में लेकर आंदोलन लिखित निर्देशों के तहत जारी रखा, जिसके तहत जिले के अधिवक्ता आन्दोलनरत थे। किन्तु आन्दोलन की मांगें पूरी हुई या नहीं के संबंध में कोई लिखित सूचना न दिए जाने तथा पूर्व में बार काउंसिल द्वारा जारी पत्र में प्रदेश के समस्त जिलों के अध्यक्षों महामंत्रियों को इलाहाबाद में बार काउंसिल मे आगामी 17 सितम्बर को मीटिंग में बुलाये जने से जिले के अधिवक्ता असमंजस की स्थिति में हैं। जनपद न्यायालय में अधिवक्ताओं के चेम्बरों की समस्या का समाधान पर कोई वार्ता तक सक्षम पक्ष द्वारा न किये जानें से अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। कहा कि आगे का न्यायिक कार्य से विरत रह आन्दोलन जारी रखने के विषय में निर्णय एकीकृत बार एसोसिएशन के साथ बैठक कर लिया जाएगा।

आन्दोलन मे प्रमुख रूप से प्रमुख रूप के सम्पत लाल यादव, विश्वनाथ कटियार, हरिश्चन्द्र चतुर्वेदी ,मोहम्मद आसिफ ,राजकिशोर दोहरे ,सुरेन्द्र पाल सर्वेन्द्र सिंह, जितेन्द्र बाबू ,महेन्द्र सिंह, दीपक पाण्डे , राजेन्द्र द्विवेदी, सुभाष यादव ,विश्वनाथ सिंह ,विशाल मिश्रा, धर्मेन्द्र सिंह ,दीपक यादव ,अनुज भदौरिया, यदुराज सिंह, विकास ,सविता ,सुधीश पाल ,अजीत सिंह, जुनैद ,कुरैसी ,सद्दाम अली, योगेन्द्र प्रताप सिंह चौहान, रमेश चन्द्र गौड़, आनन्द स्वरूप शुक्ला ,वीरेन्द्र पाल ,अशोक ,वीरेन्द्र कटियार ,राजपाल, संदीप पाण्डे रहे।

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