संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र और 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस एक्शन मोड में नजर आ रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (National President Mallikarjun Kharge) अपनी नई टीम यानी कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की पहली बैठक हैदराबाद में करने जा रहे हैं।
नई दिल्ली। संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र और 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस एक्शन मोड में नजर आ रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (National President Mallikarjun Kharge) अपनी नई टीम यानी कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की पहली बैठक हैदराबाद में करने जा रहे हैं। खास बात है कि बैठक विशेष सत्र की शुरुआत के दो दिन पहले ही हो रही है।
खड़गे ने आगामी 16 सितंबर को हैदराबाद में CWC की बैठक बुलाई है। यह जानकारी पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल (Organization General Secretary KC Venugopal) ने सोमवार को दी है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि ‘कांग्रेस अध्यक्ष ने नई कार्य समिति की पहली बैठक 16 सितंबर को हैदराबाद में बुलाई है। इसके अगले दिन 17 सितंबर को विस्तारित कार्य समिति की बैठक होगी।’ वेणुगोपाल ने बताया कि 17 सितंबर की शाम हैदराबाद के निकट एक विशाल जनसभा होगी।
कांग्रेस ने गत 20 अगस्त को अपनी नई कार्य समिति (CWC) का गठन किया था जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (National President Mallikarjun Kharge) के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। कार्य समिति में 39 सदस्य, 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं।
जानें क्यों चुना हैदराबाद?
खास बात है कि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी(BJP) ने भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए हैदराबाद का चुनाव किया था। वहीं, अब कांग्रेस दिग्गज भी हैदराबाद में ही जुटने जा रहे हैं। पार्टी के इस फैसले के तार साल के अंत में संभव तेलंगाना विधानसभा चुनाव (Telangana Assembly Elections) से भी जोड़कर देखे जा सकते हैं। यहां भारत राष्ट्र समिति के साथ-साथ कांग्रेस को भाजपा से भी अब कड़ी चुनौती मिल सकती है।
बैठकों का दौर जारी
विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ की बैठकों का दौर भी जारी है। खबरें हैं कि यहां भी कांग्रेस को नेतृत्व सौंपने की तैयारी है। एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा था कि विपक्षी दलों ने खड़गे को संयोजक बनाने के नाम पर मुहर लगा दी है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।