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चीन में फिर फूटा कोरोना ‘बम’, बीजिंग में स्कूल बंद, गुआंगजौ लॉकडाउन

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस फिलहाल अभी तक चीन में नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। बता दें कि चीन में अभी भी कई शहर लॉकडाउन जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। चीन ने मंगलवार को कई पार्क, शॉपिंग मॉल और संग्रहालयों को बंद कर दिया गया है। कई चीनी शहरों ने COVID-19 के बढ़े मामलों को देखते हुए बड़े पैमाने पर टेस्टिंग फिर से शुरू कर की है। बढ़ते कोरोना के मामलों ने चीनी अर्थव्यवस्था के बारे में चिंताओं को गहरा कर दिया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस फिलहाल अभी तक चीन में नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। बता दें कि चीन में अभी भी कई शहर लॉकडाउन जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। चीन ने मंगलवार को कई पार्क, शॉपिंग मॉल और संग्रहालयों को बंद कर दिया गया है। कई चीनी शहरों ने COVID-19 के बढ़े मामलों को देखते हुए बड़े पैमाने पर टेस्टिंग फिर से शुरू कर की है। बढ़ते कोरोना के मामलों ने चीनी अर्थव्यवस्था के बारे में चिंताओं को गहरा कर दिया है।

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राजधानी बीजिंग में छह महीने में पहली बार पिछले हफ्ते तीन लोगों की मौत हो गई। ये दिखाता है कि चीन की सख्त जीरो कोविड पॉलिसी भी कोरोना को रोकने में नाकामयाब है। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के प्रति स्थिति सामान्य हो गई है। लेकिन चीन दुनिया की आखिरी बड़ी अर्थव्यवस्था है जो अभी भी एक सख्त नीति का पालन कर रहा है। चीन ने अचानक कई शहरों में लॉकडाउन घोषित किया है। इसके साथ ही सामूहिक परीक्षण और क्वारंटीन की व्यवस्था लागू की है।

पूरी दुनिया कोविड-19 से निपटना सीख गई है, लेकिन चीन में अभी भी स्थिति नहीं संभली है। चीन ने आधिकारिक तौर पर रविवार को एक 87 साल के बुजुर्ग के मौत के बारे में जानकारी दी। बीजिंग में सोमवार को कोरोना वायरस के 962 नए मामले देखने को मिले। इससे एक दिन पहले 621 मामले आए थे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने रविवार को बताया कि चीन में पिछले 24 घंटे में 26,824 संक्रमण दर्ज किए गए। ये संक्रमण अप्रैल के बराबर हैं। बीजिंग में कई जिलों के स्कूलों में छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है।

चीन दुनिया की सबसे बड़ी आबादी है, लेकिन बाकी देशों की तुलना में आधिकारिक रूप से कोरोना के मामले कम हैं। कुछ महीनों तक संक्रमण के थोड़े-बहुत मामले आने के बाद केस में अचानक वृद्धि देखने को मिल रही है। कोरोना के मामलों में वृद्धि ऐसे समय में देखने को मिल रही है जब चीन ने 11 नवंबर को कोविड-19 से जुड़े नियमों में ढील देने की घोषणा की थी। इस ढील में अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के बाद अनिवार्य क्वारंटीन को भी खत्म करने का फैसला लिया गया।

घोषणा के बाद चीन के कई शहरों ने बड़े पैमाने पर कोरोना टेस्टिंग को रद्द कर दिया, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी की स्थिति फिर सामान्य होगी। हालांकि इस ढील को जीरो कोविड नीति के खत्म होने के तौर पर नहीं देखा जा रहा है। चीन की जीरो कोविड पॉलिसी ने उसे दुनिया से अलग कर दिया है। इसके कारण उसकी अर्थव्यवस्था को भी नुकसान हुआ है। चीन की सरकार ने नागरिकों से एक जिले से दूसरे जिले में जाने से भी रोका है। बीजिंग के कई शॉपिंग मॉल रविवार को बंद रहे। वहीं कई मॉल ने अपने खुले रहने के समय में कटौती की है। कई रेस्टोरेंट में बैठकर खाने की सुविधा भी खत्म कर दी गई है।

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चाओयांग जिले के अधिकारियों ने कंपनियों से कहा है कि वह अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दें। कुछ पार्क और जिम भी बंद हो गए हैं। बीजिंग में नए कोरोना प्रतिबंधों के कारण ही एशिया में लगभग सभी शेयर मार्केट में सोमवार को भारी गिरावट देखने को मिली। हांग कांग का हैंग सेंग इंडेक्स लगभग 2 फीसदी गिर गया। चीन के गुआंगजौ (Guangzhou) में हर रोज कोरोना के 8 हजार मामले देखने को मिल रहे हैं, इस कारण सरकार ने बैयुन जिले में पांच दिनों का लॉकडाउन लगाया है।

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