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गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण में टेंडरों को पूल कराकर किया जा रहा है भ्रष्टाचार, वरिष्ठ प्रबन्धक सत्यपाल भाटी निभा रहे अहम भूमिका

प्रमुख सचिव (औद्योगिक विकास) को ​की गई शिकायतों में कहा गया है कि, वरिष्ठ प्रबन्धक (वि) सत्यपाल भाटी द्वारा गीडा के विद्युत कार्यों में सुनियोजित भ्रष्टाचार एवं धांधली खुलेआम की जा रही है। वरिष्ठ प्रबन्धक (वि०) द्वारा विगत 2 माह में कराई गयी कुल 17 निविदाओं को पूल कराकर मात्र कुछ फर्मों में कार्य बांटा गया है। यही नहीं, अगर कोई बाहरी निविदादाता टेण्डर डालता है तो षडयंत्र रच उसको कैंसिल कर दिया जा रहा है।

By टीम पर्दाफाश 
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लखनऊ। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के टेंडरों में जमकर खेल किया जा रहा है। टेंडरों में भ्रष्टाचार कर उसे पूल कराकर धांधली की जा रही है। इसका आरोप वरिष्ठ प्रबंधक (विद्युत) सत्यपाल भाटी पर लग रहा है। आरोप है कि इसके जरिए वो सरकारी राज्यव को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस मामले की शिकायत अरुण मिश्रा ने प्रमुख सचिव (औद्योगिक विकास), मण्डलायुक्त, गोरखपुर परिक्षेत्र समेत अन्य से की गयी है।

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प्रमुख सचिव (औद्योगिक विकास) को ​की गई शिकायतों में कहा गया है कि, वरिष्ठ प्रबन्धक (वि) सत्यपाल भाटी द्वारा गीडा के विद्युत कार्यों में सुनियोजित भ्रष्टाचार एवं धांधली खुलेआम की जा रही है। वरिष्ठ प्रबन्धक (वि०) द्वारा विगत 2 माह में कराई गयी कुल 17 निविदाओं को पूल कराकर मात्र कुछ फर्मों में कार्य बांटा गया है। यही नहीं, अगर कोई बाहरी निविदादाता टेण्डर डालता है तो षडयंत्र रच उसको कैंसिल कर दिया जा रहा है।

साथ ही सभी उपरोक्त पूल टेण्डर समान तर्ज पर दरें कोट किए हैं। उल्लेखनीय है सभी कार्य समान प्रकृति का विद्युत कार्य है परन्तु टेण्डरों द्वारा बांटे गए अपने हिस्से के कार्य में कुछ प्रतिशत बिलो किया गया एवं समान प्रकृति के कार्य में उसी ठेकेदार द्वारा दरे बढ़ा दी गई ताकि अवैधानिक हिस्सा बाट में कोई विघ्न न हो। उन्होंने आरोप लगाया कि, ज्यादातर टेंडर एक ही कम्प्यूटर से समान IP Address से डाले गए हैं।

शिकायत में कहा गया है कि, ज्यादातर ठेकेदार गीडा विभाग में पूर्व से कार्य कर रहे हैं एवं सभी ठेकेदारों द्वारा वरिष्ठ प्रबन्धक (वि०) के संरक्षण में अवैध Bid Collusion किया गया है। उपरोक्त कार्यों में मात्र 2-3 फर्मों के मध्य बड़े कार्य आवंटित किए गए ताकि धन की बंदरबाट हो सके। एक ही ठेकेदार द्वारा समान नेचर के एक ही स्थल के कार्यों में दरें अलग-अलग दी गई है, जोकि सत्यता से भिज्ञ होने के लिए स्वयं प्रमाण है।

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एक ही IP Address से डाले गए टेंडर
प्रमुख सचिव (औद्योगिक विकास) को दिए गए शिकायत में आरोप लगाया है कि, करीब 17 टेंडर एक ही IP Address से डाला गया है। इसको लेकर बड़ा खेला भी किया गया है। शिकायतकर्ता ने उन सभी फर्मों के नाम का भी जिक्र किया है।

 

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