उत्तराखंड के चंपावत जिले के टनकपुर में स्थित माता पूर्णागिरि (Mata Poornagiri) का मंदिर उत्तर भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह समुद्र तल से 5500 फिट की ऊंचाई पर स्थित है। यह मंदिर 108 शक्तिपीठों में से एक है यहां माता सती के नाभि स्वरूप के दर्शन होते हैं।उत्तराखंड सरकार के युवा तेजतर्रार पीसीएस अधिकारी ,मेला प्रभारी और एसडीएम टनकपुर हिमांशु (SDM Tanakpur Himanshu) ने बताया कि मेले में आने वाले सभी तीर्थ यात्रियों को कोविड नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है।
टनकपुर । उत्तराखंड के चंपावत जिले के टनकपुर में स्थित माता पूर्णागिरि (Mata Poornagiri) का मंदिर उत्तर भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह समुद्र तल से 5500 फिट की ऊंचाई पर स्थित है। यह मंदिर 108 शक्तिपीठों में से एक है यहां माता सती के नाभि स्वरूप के दर्शन होते हैं।
उत्तराखंड सरकार के युवा तेजतर्रार पीसीएस अधिकारी ,मेला प्रभारी और एसडीएम टनकपुर हिमांशु (SDM Tanakpur Himanshu) ने बताया कि मेले में आने वाले सभी तीर्थ यात्रियों को कोविड नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। जिन यात्रियों को कोविड के दोनों टीके लग गए हैं। उनको प्रवेश की अनुमति दी जा रही है । जिनकी कोई जांच नहीं हुई है उनके लिए प्रशासन ने यूपी उत्तराखंड के बॉर्डर पर कोविड जांच के लिए विशेष कैंप लगाया है। जहां एंटीजन टेस्ट के बाद रिपोर्ट नेगेटिव होने पर प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
मेला प्रभारी हिमांशु ने बताया की टनकपुर में गाड़ियों और पैदल चलने वालों पर मास्क लगाना जरूरी किया गया है। बगैर मास्क के मिलने पर पुलिस को चालान काटने के निर्देश दिए गए हैं। मेला क्षेत्र में मंदिर समिति की तरफ से केवल एक भंडारा चलाने की अनुमति दी गई है। मेला क्षेत्र में जगह-जगह बिजली, पानी और पुलिस द्वारा यात्रियों की सुरक्षा की व्यवस्था प्रशासन द्वारा मुख्य रूप से की गई। एसडीएम खुद नियमित रूप से मेला क्षेत्र में घूम घूम कर निरीक्षण कर रहे हैं। किसी यात्री को कोई समस्या न हो इसका विशेष ध्यान मेला प्रभारी द्वारा रखा जा रहा है । मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन चंद पांडेय मंदिर में यात्रियों को दर्शन कराने में सोशल डिस्टेंसिंग का और मास्क लगाने का विशेष ध्यान रखते हुए मेला प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं।