रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग दौरे पहुंचे, जहां उनहोंने शस्त्रों की पूजा की। साथ ही रक्षामंत्री ने तवांग के युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। रक्षामंत्री ने सैन्य अधिकारियों से सीमा पर मौजूदा हालात की जानकारी भी ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तवांग में 1962 युद्ध के नायक शहीद सूबेदार जोगिंदर सिंह के स्मारक पर भी पहुंचकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग दौरे पहुंचे, जहां उनहोंने शस्त्रों की पूजा की। साथ ही रक्षामंत्री ने तवांग के युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। रक्षामंत्री ने सैन्य अधिकारियों से सीमा पर मौजूदा हालात की जानकारी भी ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तवांग में 1962 युद्ध के नायक शहीद सूबेदार जोगिंदर सिंह के स्मारक पर भी पहुंचकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
विजयादशमी के पावन अवसर पर तवाँग में ‘शस्त्र पूजा’।
https://t.co/JIYcBbd1no— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 24, 2023
इस दौरान उन्होंने सैन्यकर्मियों का हौसला बढ़ाया। साथ ही कहा कि, चार साल पहले मैं यहां आया था, मेरी इच्छा हुई कि विजयादशमी के पावन अवसर पर मैं अपने बहादुर जवानों के बीच आकर शुभकामनाएं दूं। मैं आप सभी को विजयादशमी की बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। LAC के पास तक जाकर मैंने देखा है, जिन कठिन परिस्थितियों में आप देश की सीमाओं की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है।
Greetings to the @ITBP_official personnel and their families on their Raising Day. The ITBP is widely recognised and respected for its fortitude, courage and professionalism. The force makes tremendous contribution towards securing the nation.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 24, 2023
उन्होंने कहा कि, ज्यादातर लोगों की ये इच्छा होती है कि वो एक बार सेना में सेवा दें। राजनीति में नेता भी ये चाहते हैं कि टेरिटोरियल आर्मी के जरिए सेना की वर्दी हमारे बदन पर आ जाए ये इच्छा होती है। इस वर्दी की क्या अहमियत है ये देश के नागरिकों को पता है। यदि गांव का साधारण सा व्यक्ति जो गलत चीजों को स्वीकार नहीं कर सकता उसे लोग फौजी स्वभाव का कहते हैं। ये इस देश के जवानों के प्रति लोगों का सम्मान है।