समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) सोमवार (16 अक्टूबर) को 12 बजे देवरिया पहुंचेंगे। वह देवरिया के फतेहपुर गांव में हुए सामूहिक हत्याकांड में मारे गए पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव (Former District Panchayat member Premchand Yadav) और सत्यप्रकाश दूबे (Satyaprakash Dubey) के घर जाएंगे। पीड़ित परिवारों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हे सांत्वना देंगें और मृतकों को श्रद्धांजलि देंगे।
Deoria Murder Case : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) सोमवार (16 अक्टूबर) को 12 बजे देवरिया पहुंचेंगे। वह देवरिया के फतेहपुर गांव में हुए सामूहिक हत्याकांड में मारे गए पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव (Former District Panchayat member Premchand Yadav) और सत्यप्रकाश दूबे (Satyaprakash Dubey) के घर जाएंगे। पीड़ित परिवारों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हे सांत्वना देंगें और मृतकों को श्रद्धांजलि देंगे।
सपा अध्यक्ष के साथ 10 लोगों को मिली इजाजत जाने की
जानकारी के मुताबिक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (SP President Akhilesh Yadav) के साथ केवल दस लोगों को जाने की इजाजत प्रशासन ने दी है, क्योंकि फतेहपुर गांव में धारा 144 लागू (Section 144 imposed in Fatehpur village) है। हत्याकांड के बाद से गांव में तनाव का माहौल है। जनपद में लगातार राजनीतिक दलों के नेताओं का आना जाना लगा हुआ है। वहीं, दोनों पीड़ित परिवारों की ओर से न्याय दिए जाने की मांग जा रही है।
देवरिया में हुए सामूहिक हत्याकांड को लेकर राजनीतिक बयानबाजी जारी है और यह पूरा मामला ब्राम्हण बनाम यादव बन गया है। हाल ही में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)ने खबरों का हवाला देते हुए प्रेमचंद यादव की हत्या को लेकर प्रशासन पर कई सवाल उठाए थे। उन्होने कहा था कि, सत्यप्रकाश दुबे (Satyaprakash Dubey) के परिवार की हत्या हुई है। लेकिन, उससे पहले प्रेमचंद यादव की मौत कैसे हुई इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होने सरकार से मांग की थी, कि घटना में दोनों परिवार पीड़ित हैं इसलिए पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच होनी चाहिए।
बता दें कि इसी महीने बीते दो अक्टूबर को देवरिया जनपद के फतेहपुर गांव के लहेड़ा टोला में जमीन को लेकर पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव (Premchand Yadav) और सत्यप्रकाश दुबे (Satyaprakash Dubey) के परिवार में विवाद हो गया था। जिसमें पहले प्रेमचंद यादव (Premchand Yadav) की हुई थी। जिसके बाद प्रेमचंद यादव (Premchand Yadav) के परिजनों ने सत्य प्रकाश दुबे (Satyaprakash Dubey) व उनके परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी थी। इस पूरे मामले में सीएम योगी (CM Yogi) ने प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद (Principal Secretary Home Sanjay Prasad) और डीजी स्पेशल प्रशांत कुमार (DG Special Prashant Kumar) को घटनास्थल पर भेजा था। जांच के बाद सीएम योगी (CM Yogi) ने एसडीएम, सीओ समेत राजस्व और पुलिस विभाग के 15 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था। बाद में एक इंस्पेक्टर और कार्रवाई की गई थी।