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कोरोना की वजह से बीवी को छूना तो दूर Kiss नहीं किया: फारूक अब्दुल्ला

By टीम पर्दाफाश 
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जम्मू: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) कई बार ऐसे बयान देते हैं, जिस पर खूब हंसी-ठिठोली होती है। कुछ ऐसा ही रविवार को भी हुआ। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने यहां एक किताब विमोचन समारोह में कहा कि कोरोना वायरस ने बड़ी अजीब स्थिति पैदा कर दी है। जब से यह महामारी आई है तब से उन्होंने अपनी पत्नी का चुंबन तक नहीं लिया है।

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दरअसल समारोह में कोरोना महामारी पर बोलते हुए 83 वर्ष के फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इस बीमारी की वजह से लोग हाथ मिलाने और गले मिलने में कतराते हैं। आज कोई किसी से मिल नहीं पा रहा है, आलम तो ये है कि आज मैं अपनी पत्नी को किस भी नहीं कर पाता हूं, यकीन मानिए जब से यह महामारी आई है तब से मैंने अपनी पत्नी का चुंबन तक नहीं लिया है।नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला अगर अपने तल्ख बयानों के लिए जाने जाते हैं तो वहीं वो काफी विनोदप्रिय भी हैं। अक्सर कई इवेंट में फारूक अब्दुल्ला ऐसा कुछ कर जाते हैं जिसे सुनकर लोग हंस-हंसकर लोटपोट हो जाते हैं।

ऐसा ही एक नजारा रविवार को भी लोगों के सामने तब आया जब वो एक किताब विमोचन समारोह में पहुंचे थे। उनके इतना कहते ही वहां मौजूदा लोग ठहाके लगाकर हंस पड़े। इसके साथ ही फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं ऊपर वाले से दुआ करता हूं कि इस महामारी का अंत जल्द हो, अब तो वैक्सीन आ गई है और लोगों को जल्द से जल्द से इस बीमारी से छुट्टी मिले। गौरतलब है कि फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के तीन बार मुख्यमंत्री रहे हैं और कश्मीर के लोकप्रिय नेताओं में गिने जाते हैं, सियासी बातें छोड़कर अगर फारूक अब्दुल्ला की फैमिली की बात की जाए तो कहा जा सकता है कि उनके परिवार में एक मिनी हिंदुस्तान बसता है, फारुख अब्दुल्ला खुद मुस्लिम हैं, जबकि पत्नी मौली ईसाई धर्म से संबध रखती हैं।

बताते चलें कि फारुक अब्दुल्ला सातवीं लोकसभा (1980-82) में चुनकर पहली बार संसद की सीढ़ियों पर अपना कदम रखा और तब से सियासी सफर जारी है, शेख अब्दुल्ला, फारुख अब्दुल्ला के पिता हैं और उन्हें ‘कश्मीर का शेर’ के उपाधी से नवाजा गया था।

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