नई दिल्ली: हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे की खास धार्मिक अहमियत मानी जाती है। जहां तुलसी का पौधा देव बुध का प्रतिनिधित्व करता है तो वही प्रभु श्री विष्णु को तुलसी बेहद पसंद है।
ऐसी भी प्रथा है कि घर में अगर तुलसी का पौधा सही स्थान पर लगाया जाए तो इससे घर में सुख एवं समृद्धि आती है। वहीं यदि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो तुलसी का पौधा एक मेडिसिनल प्लांट भी होता है।
जिसका इस्तेमाल हम लोग कई रोगों में करते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर में यदि तुलसी का पौधा गलत स्थान पर लगाया गया है तो इसका हमारे घर पर काफी बुरा असर पड़ता है। आइए जानते हैं कि घर में तुलसी के पौधे को लगाते वक़्त कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए…
रखें ये सावधानी
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि किसी मनुष्य के घर में आर्थिक समस्यां है तो उसे तुलसी के पौधे को अपने घर के उत्तर-पूर्वी दिशा में लगाना चाहिए। क्योंकि उत्तर-पूर्व की यह दिशा भगवान कुबेर की दिशा मानी जाती है।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि किसी मनुष्य के घर में हर वक़्त लड़ाई-झगड़ा तथा टेंशन बना रहता है तो उसे तुलसी के पौधे को घर के दक्षिण-पूर्वी दिशा में लगाना चाहिए। ऐसा करने से तुलसी का पौधा घर की नेगेटिव एनर्जी को रोकता है जिससे घर में होने वाला विवाद एवं टेंशन कम हो जाती है।
- वास्तु के अनुसार, तुलसी के पौधे को हमेशा घर के आंगन अथवा घर के बीचो-बीच या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। घर के इन स्थानों पर तुलसी का पौधा लगाने से शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
- तुलसी के पौधे को कभी भी घर के दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। इससे घर में नकारात्मकता आती है।
- तुलसी के पौधे को भूमि में न लगाकर हमेशा गमले में लगाना चाहिए। क्योंकि भूमि में तुलसी का पौधा लगाने से घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
तुलसी के पौधे से संबंधित अन्य सावधानी
- ऐसी प्रथा है कि जो लोग मांस का सेवन करते हैं उन्हें तुलसी के पौधा नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि तुलसी की पूजा सात्विक ढंग से की जाती है।
- ऐसी भी प्रथा है कि तुलसी के पौधे को एकादशी, रविवार तथा मंगलवार के दिन नहीं तोड़ना चाहिए।
- अगर किसी भी कारण तुलसी का पौधा सूख जाए तो उसे किसी कुएं या नदी में डाल देना चाहिए।