Draupadi Murmu Nomination : केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन भर दिया है। नामांकन करने के बाद उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से फोन पर बात की। इस दौरान द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन देने की अपील की है।
Draupadi Murmu Nomination : केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने शुक्रवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन भर दिया है। नामांकन करने के बाद उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress interim president Sonia Gandhi) , पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) और एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) से फोन पर बात की। इस दौरान द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन देने की अपील की है। बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी ने द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को राष्ट्रपति चुनाव के (Presidential Election) लिए शुभकामनाएं दी है। इसके साथ ही कहा कि वे अपनी पार्टी में उन्हें समर्थन देने के लिए चर्चा करेंगी।
जानें द्रौपदी मुर्मू का अब तक सफर ?
द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) का जन्म ओडिशा आदिवासी जिले मयूरभंज के रायरंगपुर गांव में हुआ था। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी रह चुकी हैं। 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक झारखंड के राज्यपाल पद पर रहीं। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता हैं, जिन्हें राज्यपाल नियुक्त किया गया था। मुर्मू 2013 में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में एसटी मोर्चे की सदस्य रहीं। 10 अप्रैल 2015 तक उन्होंने यह पद संभाला था। वह 2013 में ओडिशा के मयूरभंज की जिला अध्यक्ष निर्वाचित हुईं थी। वह 2010 में भी जिला अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं।
द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu ) के नामांकन के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी पहुंचे थे। द्रौपदी मुर्मू 1997 में भाजपा में शामिल हुईं थी। द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ओडिशा विधानसभा की सदस्य रहीं हैं। वह नवीन पटनायक की सरकार में मंत्री के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। यही नहीं वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी थीं।
जेडीयू, बीजेडी, वाईएसआर समेत कई दलों के नेता रहे मौजूद
द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के नाम के ऐलान के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि यह बेहतर होता कि वह निर्विरोध ही चुन ली जातीं। द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के नाम के ऐलान के बाद से अब तक नवीन पटनायक, वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी ने समर्थन का ऐलान किया है। इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) भी अदिवासी महिला के नाम पर समर्थन कर सकती है। ऐसे में उनकी जीत तय मानी जा रही है। इस मौके पर बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के कई सांसद भी मौजूद थे। इससे माना जा रहा है कि एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के साथ ही शक्ति प्रदर्शन भी किया। बीजेडी (BJD)और वाईएसआर कांग्रेस (YSR Congress) समेत कई दलों के नेताओं की मौजूदगी से साफ है कि नामांकन के साथ ही जीत का दम भी एनडीए ने भरा है।
देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी द्रौपदी मुर्मू
संथाल जनजाति समुदाय से आने वालीं द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को सादगी और संघर्ष की जिंदगी के लिए जाना जाता है। 2009 के बाद से अपने पति और दो बेटों समेत कई परिजनों को खोने वालीं द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने कठिन संघर्ष के बीच अपनी बेटियों की परवरिश की थी। ओडिशा के मयूरभंज जिले में जन्मीं द्रौपदी मुर्मू यदि चुनाव में जीत हासिल करती हैं तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी।