सपा सरकार के पूर्व मंत्री आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी को फंडिंग करने वाले अब ईडी की रडार पर हैं। शुरूआती जांच में रामपुर, मुरादाबाद और बरेली के 20 से ज्यादा स्कूलों पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही मुरादाबाद के कई कारोबारियों पर भी फंडिंग को लेकर कार्रवाई की जा सकती है।
लखनऊ। सपा सरकार के पूर्व मंत्री आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी को फंडिंग करने वाले अब ईडी की रडार पर हैं। शुरूआती जांच में रामपुर, मुरादाबाद और बरेली के 20 से ज्यादा स्कूलों पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही मुरादाबाद के कई कारोबारियों पर भी फंडिंग को लेकर कार्रवाई की जा सकती है।
दरअसल, ईडी को आशंका है कि मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इन स्कूलों से रकम जौहर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट को ट्रांसफर की गई है। वहीं, इसको लेकर ईडी ने स्कूल के प्रबंधकों को पूछताछ के लिए बुलाना शुरू कर दिया है। बता दें कि, ईडी जौहर यूनिवर्सिटी को फंडिंग करने वालों की जांच कर रही थी।
इसमें सामने आया कि बरेली, रामपुर, मुरादाबाद समेत आस-पास के कई स्कूलों ने जौहर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट को फंडिंग की है। ईडी की जांच में समाने आया कि स्कूलों द्वारा की गई फंडिंग विधिक तरीके से नहीं की गयी है। इसलिए ईडी स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों को पूछताछ के लिए बुला रही है।
डीमए रामपुर से मांगी रिपोर्ट
जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन की खरीद फरोख्त में भी जमकर धांधली की गई थी। कई गरीबों की जमीन पर कब्जे का भी आरोप लगा था। इस बीच ईडी लखनऊ के डिप्टी डायरेक्टर अमित कुमार मिश्रा ने इस संबंध में डीएम रामपुर को पत्र लिखकर पांच बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। इसमें ईडी ने मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के चांसलर मोहम्मद आजम खान और उनकी ट्रस्ट की वर्तमान स्थिति, जौहर ट्रस्ट और जौहर यूनिवर्सिटी पर अभी तक क्या हुई कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट मांगी है। इसके साथ ही जौहर यूनिवर्सिटी के लिए खरीदी गई जमीन में क्या—क्या अनदेखी की गई है इसके बारे में भी जानकारी मांगी है।
मुरादाबाद के कई व्यापारियों ने भी की फंडिंग!
सूत्रों की माने तो सपा शासनकाल के दौरान आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी में मुरादाबाद के कई व्यापारियों ने भी फंडिंग की है। इन लोगों के द्वारा भी विधिक तरीके से फंडिंग नहीं की गयी है। सूत्रों की माने तो मुरादाबाद के कई कारोबारी यूनिवर्सिटी को फंडिंग देने में शामिल हैं।