बिजलीकर्मियों के कार्य बहिष्कार का असर लखनऊ समेत यूपी के कई जिलों दिखना अभी से शुरू हो गया है। तमाम उपकेंद्रों पर बहिष्कार का असर भी साफ नजर आ रहा है। पूर्वांचल में कार्य बहिष्कार का खासा असर दिख रहा है। कई जगह ब्रेकडाउन हुए हैं उनकी भी शिकायत कंट्रोल रूम को मिल रही है।
लखनऊ। बिजलीकर्मियों के कार्य बहिष्कार का असर लखनऊ समेत यूपी के कई जिलों दिखना अभी से शुरू हो गया है। तमाम उपकेंद्रों पर बहिष्कार का असर भी साफ नजर आ रहा है। पूर्वांचल में कार्य बहिष्कार का खासा असर दिख रहा है। कई जगह ब्रेकडाउन हुए हैं उनकी भी शिकायत कंट्रोल रूम को मिल रही है। दिन में कार्य बहिष्कार है रात 10 बजे के बाद हड़ताल शुरू की जाएगी। 72 घंटे की यह हड़ताल होगी।संघर्ष समिति ने आज रात से हड़ताल करने का भी एलान किया है। हड़ताल न हो इसे लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति और ऊर्जा मंत्री के बीच वार्ता जारी है।
बिजली प्रबंधन ने चाहे जितनी चेतावनी दी हो, लेकिन बड़ी संख्या में कर्मचारी कार्य बहिष्कार करने मैदान में उतरे हैं। महोबा में जिलाधिकारी ने पांच संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त कर एफआईआर कराए जाने के निर्देश दिए हैं। सूत्र बतातें कि साथ ही 10 संविदा कर्मियों को अब तक अलग-अलग थानों में भी बैठाया गया है।
कर्मचारियों ने कुछ उपकेंद्रो पर ताला लगा दिया है। लोगों की शिकायतें नहीं लिखी जा रही हैं। वाराणसी में विद्युत मजदूर संघर्ष समिति ने भिखारीपुर स्थित एमडी कार्यालय के सामने हुई जनसभा में वक्ताओं ने कहा कि अंतिम समय तक संघर्ष जारी रहेगा। ऊर्जा प्रबंधन इस आंदोलन से हम लोगों को हिला नहीं सकता। कार्य बहिष्कार के चलते बनारस शहर की आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित हो गई है। बुधवार की रात कई इलाकों में बिजली गुल रही। गुरुवार को भी यही हाल रहा। चौकाघाट, कज्जाकपुरा, भेलूपुर समेत लगभग 24 फीडर से आपूर्ति बाधित है। जिसके चलते उपभोक्ताओं को पानी की समस्या से जूझना पड़ा।
भिखारीपुर एमडी कार्यालय में बनाया गया कंट्रोल रूम सफेद हाथी साबित हो रहा है। कंट्रोल रूम के 6 नंबरों को डायल करने पर नॉट अवेलेबल की रिकॉर्डिंग सुनाई दे रही है। इससे उपभोक्ता बिजली से संबंधित शिकायतें नोट नहीं करा पा रहा है। कार्य बहिष्कार से शहर के सभी उपकेंद्रों पर व्यवस्था चौपट हो गई है। यहां उपभोक्ताओं की एक भी शिकायतें नोट नहीं की जा रही है। कारण यह है कि उपकेन्द्र पर एसएसओ की तैनाती है। बाकी अधिकारी और संविदा कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर हैं।
गोंडा में अंधेरे में हजारों उपभोक्ता
गोंडा में बिजलीकर्मियों की हड़ताल से 45000 उपभोक्ता परेशान हैं। जिले के पांच उपकेंद्र बंद हो गए है । कार्य बहिष्कार के कारण जनपद ज़िले के विभिन्न उपकेन्द्रों के दर्जनों फीडर बन्द हैं। इसमे प्रमुख रूप से रघुराज नगर टिकरी, मोहनपुर, को वजीरगंज उपकेन्द्र की सप्लाई, नवाबगंज उपकेन्द्र का 11 केवी फीडर, वजीरगंज एवं ढेमवा फीडर, परसपुर उपकेन्द्र का त्योरासी फीडर तथा खरगूपुर उपकेन्द्र का देवता एवं साउथ फीडर कल से बन्द है। साथ ही साथ खरगूपुर आईपीडीएस टाउन उपकेन्द्र का 250 केवीए उपकेन्द्र का ट्रांसफार्मर खराब हो गया है। जिसके कारण 40 से 45 हजार उपभोक्ता अंधेरे में है।
बिजलीकर्मियों की हड़ताल से चांदपुर फीडर पर आपूर्ति ठप
गोंडा के बिजलीकर्मियों की हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति ठप है। गुरुवार सुबह से ग्रामीण क्षेत्रों की आपूर्ति ठप होने से लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि फोन पर बिजली कर्मियों से आपूर्ति बहाल होने की जानकारी की गई तो हड़ताल बताकर फोन काट दिया गया।
खरगुचांदपुर फीडर से करीब सौ मजरे जुड़े हुए हैं। जिनकी आबादी लाखों में हैं। बिजलीकर्मियों की हड़ताल से लाखों की आबादी को अब अंधेरे में रात गुजारने का डर सताने लगा है। संदीप ने बताया कि दोपहर में पता चला कि बिजलीकर्मी हड़ताल पर है। खराबी आने की शिकायत करने के बावजूद आपूर्ति नही मिलेगी। उन्होंने कहा कि दिन के समय तो दिक्कत नहीं होगी लेकिन रात तो अंधेरे में रहना पड़ सकता है।
मथुरा ‘में डैंपियर के आधे हिस्से में नहीं है लाइट
मथुरा में बिजलीकर्मियों के आंदोलन का असर लोगों पर पड़ने लगा है। जहां की लाइट फॉल्ट के कारण गुल हो रही है, वहां लोग परेशान हो रहे हैं। डैंपियर नगर के आधे हिस्से में गुरुवार सुबह से लाइट नहीं है। बताया गया कोई खराबी आ जाने के कारण विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है, जिसे सही ही नहीं किया जा रहा। ऐसे में यहां के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अगर हड़ताल शुरू हो गई तो यह परेशानी और भी बढ़ सकती है।