उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel( ने गुरुवार को लखनऊ में नंदपुर, चिनहट स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय (Kasturba Gandhi School) का निरीक्षण किया। विद्यालय में राज्यपाल ने नवसृज्जित प्रोजेक्टर और कम्प्यूटर कक्ष का पुष्प-रज्जु खोलकर उद्घाटन किया। नवीन कम्प्यूटर कक्ष में छात्राओं के लिए 10 कम्प्यूटर लगाए गए हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel( ने गुरुवार को लखनऊ में नंदपुर, चिनहट स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय (Kasturba Gandhi School) का निरीक्षण किया। विद्यालय में राज्यपाल ने नवसृज्जित प्रोजेक्टर और कम्प्यूटर कक्ष का पुष्प-रज्जु खोलकर उद्घाटन किया। नवीन कम्प्यूटर कक्ष में छात्राओं के लिए 10 कम्प्यूटर लगाए गए हैं। प्रोजेक्टर रूप में कम्प्यूटर से अटैच प्रोजेक्टर लगाया गया है। राज्यपालने छात्राओं से प्रोजेक्टर चलाने तथा कम्प्यूटर से शैक्षिक कार्यों में सहयोग की जानकारी ली। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि इस विद्यालय में वर्तमान में 80 बालिकाएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। विद्यालय में कक्षा 6 से 8 तक की शिक्षा की व्यवस्था है।
इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं द्वारा विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम, सरस्वती वंदना, मिशन शक्ति पर गीत तथा स्वागत गीत जैसे संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में संवाद करते हुए राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक कार्यक्रम में संचालन और गतिविधि का प्रस्तुतिकरण छात्राओं को सिखाया जाए। उन्होंने कहा कि छात्राओं की प्रतिभा विकास के लिए उन्हें विविध गतिविधियों से जोड़ा जाए। संगीत कार्यक्रमों को वर्ष में निरंतरता से करते रहने का सुझाव देते हुए राज्यपाल ने कहा कि विद्यालय में संगीत गायन और वादन में प्रवीण छात्राओं की टीम विकसित की जाए। विद्यालय के कार्यक्रमों के दौरान विद्यालय की छात्राओं से ही प्रस्तुतिकरण को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने विद्यालय की दीवारों को भी छात्राओं के कला-कार्यों से सजाने को कहा।
उन्होंने कहा कि अच्छे कला-कार्यों का प्रदर्शन अन्य छात्राओं में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा उत्पन्न करेगा। उनमें भी कलात्मक रूचियों का विकास होगा। राज्यपाल ने निरीक्षण के दौरान छात्राओं से उनके स्वास्थय और पोषण सम्बन्धी जानकारी भी ली। छात्रावास की वार्डन निधि द्वारा छात्राओं के नियमित स्वास्थय परीक्षण का रजिस्टर राज्यपाल के समक्ष प्रस्तुत कर स्वास्थय सम्बन्धी जानकारियां दी। छात्राओं की शैक्षिक निरंतरता पर चर्चा करते हुए राज्यपाल ने बालिकाओं की शिक्षा में ड्राप-आउट रोकने हेतु प्रभावी कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि कक्षा छः से सात में प्रवेश तथा कक्षा सात से आठ में प्रवेश के समय हुए ड्राप-आउट का फालो-अप लें तथा ड्राप-आउट हुयी बालिका की शिक्षा के लिए उनके माता-पिता से सम्पर्क अवश्य करें। उन्होंने कहा कि विद्यालय अपनी स्थापना का उद्देश्य पूरा करे।
राज्यपाल ने कस्तूरबा गांधी विद्यालय (Kasturba Gandhi School) में कक्षा आठ तक की शिक्षा पूर्ण कर चुकी बालिकाओं की आगामी शिक्षा व्यवस्था पर विशेष जानकारी लेते हुए चर्चा की। उन्होंने कहा कि आठवीं कक्षा पास कर चुकी छात्राओं की आगामी शिक्षा के लिए अन्य विद्यालयों में शत्-प्रतिशत् भर्ती सुनिश्चित करायी जाए। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी अरूण कुमार को निर्देश दिया कि आठवीं के बाद बालिकाओं की आगामी शिक्षा हेतु भर्ती प्रक्रिया के लिए आवश्यक कार्रवाई की जानकारी प्रदान करने हेतु कस्तूरबा गांधी विद्यालय की शिक्षिकाओं को प्रशिक्षण दिया जाए।
उन्होंने कहा कि इस सत्र में लखनऊ जनपद के सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालय (Kasturba Gandhi School) की आठवीं तक की सभी छात्राओं की आगामी शिक्षा हेतु नौवीं कक्षा में भर्ती की शत्-प्रतिशत् जानकारी राजभवन प्रेषित की जाए। जिलाधिकारी ने राज्यपाल को अवगत कराया कि लखनऊ जनपद में आठ ब्लाक हैं तथा प्रत्येक ब्लाक में एक विद्यालय हैं। उन्होंने राज्यपाल को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही ये प्रक्रिया प्रारम्भ कराकर एडमिशन की व्यवस्था की जायेगी।
इसी क्रम में राज्यपाल ने विद्यालय में हरियाली के अभाव को भी लक्ष्य किया। उन्होंने कहा कि केवल लखनऊ ही नही प्रदेश के समस्त जनपदों के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों (Kasturba Gandhi School) के परिसर में बड़े स्तर पर वृक्षारोपण कर हरियाली विकसित की जाए। उन्होंने विद्यालय में बड़े वृक्षों के साथ-साथ फूलदार पौधे लगाने के लिए भी कहा। बालिकाओं से पर्यावरण संरक्षण में वृक्षारोपण के महत्व पर भी चर्चा की। उन्होंने पेड़ों पर क्यूआर कोड भी अंकित कराने को कहा, जिसमें पेड़ से सम्बन्धित सभी जनकारियां उपलब्ध हों।
राज्यपाल ने बालिकाओं के उचित पोषण हीमोग्लोबीन टेस्ट, सर्वाइकल कैंसर से बचाव हेतु टीकाकरण पर भी चर्चा की। उन्होंने जनपद के सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालय (Kasturba Gandhi School) की छात्राओं को राजभवन भ्रमण के लिए आमंत्रित करते हुए विद्यालय परिसर से बाहर की गतिविधियों से जुड़ने को भी कहा। विद्यालय भ्रमण के दौरान राज्यपाल ने छात्राओं को न केवल मोटे अनाज के महत्व के बारे में जानकारी दी अपितु पुष्टाहार के पैकेट तथा अन्य सामग्री भी प्रदान की।