पश्चिम बंगाल (West Bengal) की तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव नतीजे आने से पहले रविवार को चुनाव आयोग (Election Commission) ने ममता बनर्जी सरकार (Mamata Banerjee Government) को पत्र लिखा है। चुनाव आयोग (Election Commission) ने किसी भी तरह का जश्न न मनाने के निर्देश दिए हैं। चुनाव आयोग (Election Commission) ने पत्र में राज्य की ममता बनर्जी सरकार (Mamata Banerjee Government) से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उपचुनाव के वोटों की गिनती के दौरान या नतीजे आने के बाद किसी भी तरह का जश्न न मनाया जाए।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) की तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव नतीजे आने से पहले रविवार को चुनाव आयोग (Election Commission) ने ममता बनर्जी सरकार (Mamata Banerjee Government) को पत्र लिखा है। चुनाव आयोग (Election Commission) ने किसी भी तरह का जश्न न मनाने के निर्देश दिए हैं। चुनाव आयोग (Election Commission) ने पत्र में राज्य की ममता बनर्जी सरकार (Mamata Banerjee Government) से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उपचुनाव के वोटों की गिनती के दौरान या नतीजे आने के बाद किसी भी तरह का जश्न न मनाया जाए।
आयोग ने राज्य सरकार से कहा कि वे उन सभी कदमों को उठएं ताकि नतीजे आने के बाद राज्य में किसी तरह की हिंसा न हो। बता दें कि इससे पीछे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (west bengal assembly elections) नतीजे आने के बाद राज्य में भीरी हिंसा और आगजनी हुई थी। बीजेपी ने उस हिंसा के लिए टीएमसी समर्थकों (TMC Supporters) पर आरोप लगाया था। इधर, भवानीपुर सीट पर किस्मत आजमा रही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) अपनी प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार से काफी आगे चल रही हैं।
भवानीपुर सीट (Bhawanipur seat) पर पूरे देश की नजर लगी हुई है, क्योंकि यहां से खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उम्मीदवार हैं। अगर उन्होंने बंगाल के मुख्यमंत्री पद पर बने रहना है तो यह चुनाव उन्हें जीतना ही होगा।
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) भवानीपुर सीट (Bhawanipur seat) से इससे पहले दो बार जीत चुकी है। इस बार इस सीट पर उनका मुकाबला बीजेपी की प्रियंका टिबरेवाल और सीबीएम के श्रीजीब विश्वास से है। इससे पहले, ममता बनर्जी ने भवानीपुर की जगह पूर्वी मिदनापुर के नंदीग्राम सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया था, लेकिन वहां पर अपने ही पूर्व सहयोगी और बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के सामने 1956 वोटों के अंतर से शिकस्त का सामना करना पड़ा था। भवानीपुर सीट (Bhawanipur seat) के अलावा बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के जांगीपुर और शमशेरगंज सीट और ओडिसा के पिपली सीटों के वोटों की गिनती की जा रही है।