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Electric Vehicle : एंटनी जॉन को सतायी बुढ़ापे की चिंता तो बना डाली इलेक्ट्रिक कार, दुनिया कर रही है सलाम

मन में काम करने की लगन हो तो उम्र आड़े नहीं आती है। हुनरमंद लोग  उम्र के किसी भी पड़ाव में हुनर का जादू दिखा देते है। इन्हीं मंे से एक हैं केरल के एंटनी जॉन। एंटनी इन दिनो सुर्खियां बटोर रहे है। खबरों में चर्चा का विषय बने एंटनी जॉन ने  अपने लिए इलेक्ट्रिक कार बनायी है।

By अनूप कुमार 
Updated Date

Electric Vehicle : मन में काम करने की लगन हो तो उम्र आड़े नहीं आती है। हुनरमंद लोग उम्र के किसी भी पड़ाव में हुनर का जादू दिखा देते है। इन्हीं मंे से एक हैं केरल के एंटनी जॉन। एंटनी इन दिनो सुर्खियां बटोर रहे है। खबरों में चर्चा का विषय बने एंटनी जॉन ने  अपने लिए इलेक्ट्रिक कार बनायी है।  67 वर्षीय जान केरल के कोट्टायम जिले के रहने वाले है।   एंटनी जाए जो करियर सलाहकार के रूप में काम करते है। पर्यावरणविद् एंटनी 16 साल से इलेक्ट्रिक स्कूटर की सवारी कर रहे थे। एंटनी हाल ही में एक स्व.निर्मित इलेक्ट्रिक वाहन का निर्माण किया। ये आईडिया उनके मन में इस प्रकार आया कि एम्र के इस पड़ाव पर उन्हें धूप और बारिश में तकलीफ होती थी। फिर उन्होंने किफायती वहने के बारे विचार आया है। दरअसल वह एक ऐसी कार चाहते थे जो उसे धूप और बारिश से बचा सके। इसके बाद साल 2018 में एंटनी ने खुद ही एक इलेक्ट्रिक कार बनाना शुरू कर दिया।

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इलेक्ट्रिक कार दो यात्रियों को ले जा सकती है और पीछे की तरफ एक छोटी सी सीट है जिसमें केवल बच्चे ही बैठ सकते हैं। इसकी अधिकतम ड्राइविंग गति 25 किमी प्रति घंटे है। जॉन द्वारा पुलकूडू नाम की कार की परिकल्पना 2018 में की गई थी और इसे 4.5 लाख रुपये की लागत से बनाया गया था।

एंटनी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल और उसके इलेक्ट्रिकल पार्ट्स आदि जुटाने का काम शुरू किया। कार की बॉडी बनाने के लिए उन्होंने एक बस बॉडी वर्कशॉप में जाकर अनुभव लिया। इसके बाद एंटनी ने अपनी कार को खुद डिजाइन किया और उसी गैराज में जाकर कार की बॉडी बनवा ली। यह बहुत छोटी कार है जिसमें सिर्फ दो लोग बैठ सकते हैं। इसमें पीछे भी एक सीट है लेकिन उस पर बच्चे ही बैठ सकते हैं।एंटनी ने एक वर्कशॉप से कार की बॉडी बना ली लेकिन इसका इलेक्ट्रिकल पार्ट उन्होंने खुद डिवेलप किया है।

एंटनी ने  लॉकडाउन इलेक्ट्रिक कार को बनाने में काफी समय लग गया। एंटनी ने बैटरी की क्षमता की गलत गणना कर ली और इस हिसाब से शुरुआत में उन्हें कार ने सही माइलेज नहीं दिया। एक बार जब लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंध हटा दिए गए तब वे टेंडर के दोबारा संपर्क में आए।

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