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महराजगंज:पूर्व सैनिक युवाओं को सेना में भर्ती के लिए कर रहे हैं तैयार,दे रहे हैं फ्री ट्रेनिंग

पूर्व सैनिकों में आज भी देश सेवा का जज्बा है। मुफ्त प्रशिक्षण देकर युवाओं को सेना में भर्ती के लिए तैयार कर रहे हैं। साथ ही नेपाल व भारत के सैनिकों को ठहरने के लिए कम चार्ज में उत्तम व्यवस्था भी करते हैं।

By विजय चौरसिया 
Updated Date

महराजगंज: पूर्व सैनिकों में आज भी देश सेवा का जज्बा है। मुफ्त प्रशिक्षण देकर युवाओं को सेना में भर्ती के लिए तैयार कर रहे हैं। साथ ही नेपाल व भारत के सैनिकों को ठहरने के लिए कम चार्ज में उत्तम व्यवस्था भी करते हैं। इसमें आने वाले खर्च को पूर्व सैनिक एक वर्ष में सहायता शुल्क जमा कर पूरा करते हैं। यह हैं नौतनवा नगर में निवास करने वाले गोरखा भूतपूर्व सैनिक। इनकी सराहनीय कार्यशैली देश सेवा की मिसाल कायम कर रही है।

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2011 में सेना भर्ती प्रशिक्षण का मुफ्त सेंटर शुरू किया
सेना में भर्ती होने वाले युवाओं के लिए भूतपूर्व गोरखा सैनिकों ने 2011 में सेना भर्ती प्रशिक्षण का मुफ्त सेंटर शुरू किया। यहां आने वाले युवाओं को नौ माह की ट्रेनिंग समय सारिणी के अनुसार दी जाती है। कई युवा तो उससे पहले ही भर्ती होकर चले जाते हैं। अभ्यर्थी को प्रवेश फार्म भरना पड़ता है। जिसमें अंकित नियमों का उल्घंन करने वालों को बाहर कर दिया जाता है। अनुशासन को यहां सर्वाधिक महत्व दिया जाता है। प्रतिदिन पांच पूर्व सैनिक युवाओं को ट्रेनिंग देते हैं। चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं। यदि किसी युवा को चोट लग जाए या बेहोश हो जाए तो तत्काल उपचार किया जाता है। अब तक सैकड़ों युवा पुलिस, एसएसबी व सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं। इन कार्यों के संचालन व खर्च के लिए पूर्व सैनिकों की आठ पदाधिकारियों व 94 सदस्यों की समिति है। सभी सदस्य 300 रुपये सहायता शुल्क जमा करते हैं।

पेंशनर व सेवा केंद्र
गोरखा भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति का नौतनवा के महेंद्र नगर वार्ड में दो बेड के गेस्ट रूम में सैनिकों के ठहरने के लिए प्रबंध है। सौ रुपये शुल्क जमा कर भोजन सहित एक रात ठहरने की व्यवस्था है। साथ ही शिक्षा, सैनिक, पुलिस, चिकित्सक सहित अन्य विभागों की पेंशन योजना का लाभ भी दिलाया जाता है। गोरखा भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति के अध्यक्ष नर बहादुर राना ने बताया कि देश में 1950 में गणतंत्र लागू हुआ था। उस दौरान फौजी मेहरबान सिंह लांबा ने समिति की नींव रखी थी। बताया कि बहुत से युवाओं को धन के अभाव व सही दिशा निर्देश न मिलने से सेना में जगह नहीं मिल पाती है, ऐसे ही लोगों के लिए इस केंद्र की स्थापना की गई है।

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