लखनऊ के फैजुल्लागंज में नकली चाय पत्ति बनाने वाली फैक्ट्री पर खाद्य सुरक्षा विभाग (FSDA) और लखनऊ में एसटीएफ की संयुक्त टीम ने छापा मारा। छापेमारी में कई क्विंटल चायपत्ती समेत कलर भी बरामद किए गए है। साथ ही बड़ी कंपनियों के रैपर में कंकड़ पत्थरों को बेचने का सिलशिला भी जारी था ऐसे में मौके पर टीम ने पहुंचकर छापेमारी की।
लखनऊ। लखनऊ के फैजुल्लागंज में नकली चाय पत्ति बनाने वाली फैक्ट्री पर खाद्य सुरक्षा विभाग (FSDA) और लखनऊ में एसटीएफ की संयुक्त टीम ने छापा मारा। छापेमारी में कई क्विंटल चायपत्ती समेत कलर भी बरामद किए गए है। साथ ही बड़ी कंपनियों के रैपर में कंकड़ पत्थरों को बेचने का सिलशिला भी जारी था ऐसे में मौके पर टीम ने पहुंचकर छापेमारी की। जिससे आगे के कार्य को रोका गया।
खाघ सुरक्षा विभाग की तरफ से चाय पत्ती के सैंपल भी लिए गए है। उन्हें टीम की तरफ से फिलहाल जांच के लिए लैब भेजा गया है टीम की तरफ से जाँच पड़ताल में पूछा गया तो कर्मचारियों ने बताया कि हम लोग चाय की पत्ती को अपने जिले के आलावा और भी जिलों में सप्लाई करते थे।
खाद्य सुरक्षा टीम (Food Safety Team) ने कर्मचारियों से पूछा कि आप लोगों का यहाँ काम करते हुए कितना वक्त हो गया है. कर्मचारियों ने बताया कि इस फैक्ट्री में उपस्थित कर्मचारियों को काम करते हुए करीब चार महीने हो चुके है। फैक्ट्री कब शुरु की गई कर्मचारियों को इस बात की कोई जानकारी नहीं है। फिलहाल इस मामले को दर्ज कर लिया गया और आगे की कार्यवाही जारी है।
लखनऊ में नकली चाय पत्ती बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। यहां केमिकल और सेंडस्टोन (बलुआ पत्थर) मिलाकर चायपत्ती तैयार की जा रही थी। इसे अलग-अलग नाम के रैपर में पैक कर लखनऊ और आसपास के इलाकों में बेचा जा रहा था। फैक्ट्री मड़ियांव थाना क्षेत्र के फैजुल्लागंज में स्थित फैक्ट्री में से टीम ने 11 हजार किलो नकली चायपत्ती, सिंथेटिक कलर और सेंडस्टोन बरामद किया है। इसकी कीमत 13 लाख रुपए है। अधिकारियों ने चायपत्ती, सिंथेटिक रंग और सेंडस्टोन के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेज दिए हैं।