गुपकार गठबंधन की सहयोगी महबूबा मुफ्ती के पाक से बातचीत के बयान को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। जम्मू-कश्मीर में उनके इस बयान के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे हैं और प्रदर्शन क रहे हैं। इस बीच फारूख अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती के इस बयान से अपना पल्ला झाड़ लिया है।
नई दिल्ली। गुपकार गठबंधन की सहयोगी महबूबा मुफ्ती के पाक से बातचीत के बयान को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। जम्मू—कश्मीर में उनके इस बयान के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे हैं और प्रदर्शन क रहे हैं। इस बीच फारूख अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती के इस बयान से अपना पल्ला झाड़ लिया है।
फारूक अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती के बयान को लेकर कहा कि हमें पाकिस्तान के बारे में बात नहीं करनी है बल्कि अपने वतन को लेकर चर्चा करनी है। फारूक अब्दुल्ला का ये बयान उस समय आया है जब वह पीएम मोदी की मीटिंग में हिस्सा लेने पहुंचे थे। वहीं, उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि वह पीएम की मीटिंग में किस मुद्दे पर बात करेंगे।
न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए अब्दुल्ला ने पीएम मोदी की ओर से मीटिंग बुलाए जाने का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह देर से आने, लेकिन दुरुस्त आने जैसा है। अब्दुल्ला ने कहा कि हम उम्मीद करेंगे कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री हम लोगों की बात को शांति से सुनें और कोई ऐसा हल निकालें, जिससे राज्य में अमन कायम हो।
यही नहीं उन्होंने कहा कि पीएम मोदी संग मीटिंग के बाद हम मीडिया को इस बारे में जानकारी देंगे कि हमने क्या प्रस्ताव रखे और क्या बात हुई। फारूक अब्दुल्ला ने पीएम मोदी से मांगों को लेकर कहा, ‘हम चाहते तो आसमान हैं, लेकिन फिलहाल उनसे बात करेंगे ताकि राज्य में अमन कायम हो सके।’