जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को फिर 'द कश्मीर फाइल्स' का मुद्दा उठाया है। उन्होंने फिल्म पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात कही है। अब्दुल्ला ने बताया कि लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा से मुलाकात के दौरान राज्य की कानून और व्यवस्था पर चर्चा हुई। बता दें बीते सप्ताह केंद्र शासित प्रदेश में हिंसा की कई खबरें सामने आई थी।
नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को फिर ‘द कश्मीर फाइल्स’ का मुद्दा उठाया है। उन्होंने फिल्म पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात कही है। अब्दुल्ला ने बताया कि लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा से मुलाकात के दौरान राज्य की कानून और व्यवस्था पर चर्चा हुई। बता दें बीते सप्ताह केंद्र शासित प्रदेश में हिंसा की कई खबरें सामने आई थी।
उन्होंने नजरबंदी की खबरों का भी जिक्र करते हुए कहा कि ‘हम सियासत नहीं करना चाहते थे। हम हमदर्दी नहीं चाहते थे। मगर हमदर्दी करने के लिए भी आप रोक रहे हैं। तो कैसे यह चलेगा, कैसे हम एक दूसरे के करीब आ सकते हैं। अगर हमें एक-दूसरे के करीब आना है तो यह नफरत खत्म करनी है।
अब्दुल्ला ने कहा कि’क्या हम इतने गिरे हुए हैं’
अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने यह भी कहा कि ये जो द कश्मीर फाइल्स आपने फिल्म बनवाई है। क्या यह सच है कि एक मुसलमान एक हिंदू को मारेगा और उसके बाद उसका खून जो है वो चावल में डालकर कहेगा उसकी बीवी से कहेगा कि तुम यह खाओ, क्या हो सकता है, क्या हम इतने गिरे हुए हैं।’
उन्होंने आगे कहा कि यह फिल्म बेबुनियाद फिल्म, जिसने न सिर्फ नफरत मुल्क में पैदा की है, बल्कि यहां हमारे जवानों में भी नफरत हुई है कि हमारे तरफ कैसे सोच रहे हैं। जो मुसलमानों पर जुल्म हो रहा है इस वक्त हिंदुस्तान के कोनों में वो हमारे बच्चों के मन में भी एक लहर पैदा कर रहा है। ऐसी चीजों को बंद करना चाहिए।