दुनिया के बड़े-बड़े एथलीटों को धूल चटाने वाले 'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह का शनिवार शाम को चंडीगढ़ में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मिल्खा सिंह के निधन पर पंजाब में एक दिन का शोक रखा है।
चंडीगढ़ । दुनिया के बड़े-बड़े एथलीटों को धूल चटाने वाले ‘फ्लाइंग सिख’ मिल्खा सिंह का शनिवार शाम को चंडीगढ़ में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मिल्खा सिंह के निधन पर पंजाब में एक दिन का शोक रखा है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर सेक्टर-25 श्मशान घाट में मौजूद रहे। पंजाब सरकार के मंत्री, कई बड़े नेता और अधिकारी भी अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद रहे।
WHO के महानिदेशक ने मिल्खा सिंह को दी श्रद्धांजलि
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एदानोम गेब्रेसस ने ट्वीट कर लिखा है,”WHOSEARO के गुडविल एंबेसडर मिल्खा सिंह जी के निधन की खबर दुख हुआ है। मिल्खा आपने हमारे लिए हेल्थ को प्रमोट करने के लिए जो कुछ भी किया उसके लिए धन्यवाद। परिवार और उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
पीएम मोदी समेत कई हस्तियों ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया है। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर मिल्खा सिंह के निधन पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने लिखा है, ”मिल्खा सिंह एक बेहतरीन एथलीट और स्पोर्टिंग लेजेंड थे। उन्होंने अपनी उपलब्धियों से देश को गौरवंतित महसूस कराया था। वह एक शानदार व्यक्ति थे, अपनी अंतिम सांस तक उन्होंने खेल के क्षेत्र में अपना योगदान दिया। उनके निधन की खबर से मैं दुखी हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों को संवेदनाएं। ओम शांति.’
मिल्खा सिंह ने देश को प्रेरणा दी कि कैसे विषम परिस्थितियों में अडिग रहते हैं?
सीडीएस चीफ जनरल बिपिन रावत ने भी मिल्खा सिंह के निधन पर संवेदना जताई। उन्होंने कहा कि मिल्खा सिंह ने देश को प्रेरणा दी कि कैसे विषम परिस्थितियों में अडिग रहते हैं? मैं उनके प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। वह हम सभी के लिए प्रेरणा थे। मिल्खा सिंह एक सच्चे सिपाही, वह चले गए लेकिन अपने पीछे एक ऐसा विरासत छोड़ गए जिस पर हम सभी को गर्व है। भारतीय सेना ने मिल्खा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। सेना की तरफ से कहा गया कि वह एक लेजेंड थे जो खिलाड़ियों की पीढ़ी को प्रेरित करते रहेंगे। वह अपनी उपलब्धियों के लिए याद किए जाएंगे।