भारत के अनुभवी और सीनियर बल्लेबाज पिछले दिनों खेले गये टेस्ट क्रिकेट के मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। इस गंभीर सवाल को लेकर भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली ने इन खिलाड़ियों समेत टीम के मुख्य कोच को भी बिना नाम लिए आड़े हांथों लिया है। कांबली ने अपने बयान में लिखा है कि मुझे लगता है कि जिस तरह बड़े खिलाड़ी अपनी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं उसके लिए सिर्फ उन्हें दोष देना सही नहीं होगा।
नई दिल्ली। भारत के अनुभवी और सीनियर बल्लेबाज पिछले दिनों खेले गये टेस्ट क्रिकेट के मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। इस गंभीर सवाल को लेकर भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली(Vinod Kambali) ने इन खिलाड़ियों समेत टीम के मुख्य कोच को भी बिना नाम लिए आड़े हांथों लिया है। कांबली ने अपने बयान में लिखा है कि मुझे लगता है कि जिस तरह बड़े खिलाड़ी अपनी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं उसके लिए सिर्फ उन्हें दोष देना सही नहीं होगा।
आज के दौर में कोच के पास पैसों की कमी नहीं है क्योंकि वो इतना पैसा बना रहे हैं कि पूछो ही मत और इस चक्कर में वो भूल गए हैं कि उनका पहला कर्तव्य क्या है। विनोद कांबली ने अपने सोशल मीडिया के पोस्ट में ये भी लिखा है कि ऐसे में पुराने कप्तान को भी ये भुकतना पड़ा है और इसका नतीजा सबके सामने है। मैं नाम नहीं लूंगा लेकिन मैं वन औन वन कोचिंग(Coaching) के खिलाफ हूं।
बता दें कि भारत के सीनियर बल्लेबाज रहाणे,पुजारा और खुद कप्तान कोहली पिछले दो सालों से बड़ी और लंबी पारियां खेलने में नाकाम रहे हैं। इतना ही नहीं जब भी टीम को इनसे रनों की जरुरत पड़ी तब इन्होंने अपनी पारी से फैंस को निराश किया। फिलहाल दक्षिण अफ्रीका(South Africa) में चल रहे टेस्ट सीरीज में भी इन बल्लेबाजों ने कोई बड़ी पारियां नहीं खेली हैं। दूसरे टेस्ट मैच जब दूसरी पारी में पुजारा और रहाणे ने अर्धशतक बनाया लेकिन इस पारी को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सकें। जिस कारण भारत की टीम अफ्रीका को बड़ा लक्ष्य नहीं दे सकी।