दोस्ती कहने को तो सिर्फ तीन अक्षरों से बना नहीं नहीं तीन गलत ढ़ाई अक्षरों से बना एक शब्द है। लेकिन ये शब्द अपने आप में हजारों भावनाओं को समेटे रखता है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कहते थे कि किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं लेकिन एक अच्छा दोस्त एक लाइब्रेरी के बराबर होता है।
नई दिल्ली। दोस्ती कहने को तो सिर्फ तीन अक्षरों से बना नहीं नहीं तीन गलत ढ़ाई अक्षरों से बना एक शब्द है। लेकिन ये शब्द अपने आप में हजारों भावनाओं को समेटे रखता है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कहते थे कि किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं लेकिन एक अच्छा दोस्त एक लाइब्रेरी के बराबर होता है। कुछ लोगो की जिन्दगी में इस शब्द के बहुत मायने होते हैं जैसे भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली(Vinod Kambli) के जीवन की बात करें तो उन्होंने अपनी दोस्ती की यादों को तरोताजा रखने के लिए अपने घर की दिवारों पर अपने खास दोस्त के साथ बितायें उन लम्हों की तस्वीरें टांग रखी हैं जो अपने आप में एक खजाना है।
सोशल मीडिया पर विनोद कांबली के घर का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमे वो सचिन तेंदुल्कर(Sachin Tendulkar) के साथ दिवार पर टंगी तस्वीरों में नजर आ रहे हैं। बता दें कि सचिन और विनोद कांबली की दोस्ती जो सबके लिए एक मिसाल मानी जाती है। ये वो यार हैं, जो साथ में खेलते थे और पढ़े हैं और दोनों ने अपना क्रिकेट का करियर भी साथ ही में शुरू किया था। इनकी दोस्ती के किस्से हम सभी ने कई बार विनोद कांबली के सोशल मीडिया पर पढ़े भी हैं।
लेकिन आज विनोद कांबली ने अपने फैन्स के लिए अपने घर का वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने अपनी और सचिन तेंदुलकर के साथ खींची तस्वीरों को फोटोफ्रेम कर अपने घर की दीवारों पर लगा रखा है। इस वीडियो को कांबली ने खुद शेयर किया है। इस वीडियो को शेयर करने के ही विनोद लिखते हैं कि दोस्ती के मायने हर कोई समझ नहीं पाता, क्योंकि शायद हर किसी को एक अच्छा और सच्चा दोस्त (Friendship)नहीं मिलता। मैं बहुत खुशनसीब हूं कि सचिन जैसा यार मेरे पास है। मेरे घर के इस कोने में सिर्फ ऐसी खुबसूरत यादें हैं जिन्हें मैं पूरी जिंदगी संभाल कर रखूंगा और ये बुनी हुई हैं इन तस्वीरों से।