Gangster Aman Sao killed: लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ काम करने वाला झारखंड का कुख्यात अमन साव एनकाउंटर में मारा गया है। अमन साव राज्य के पुलिस और कारोबारियों दोनों के लिए मुसीबत बना हुआ था। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि झारखंड के पलामू में पुलिस के साथ मुठभेड़ में गैंगस्टर अमन साव मारा गया।
Gangster Aman Sao killed: लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ काम करने वाला झारखंड का कुख्यात अमन साव एनकाउंटर में मारा गया है। अमन साव राज्य के पुलिस और कारोबारियों दोनों के लिए मुसीबत बना हुआ था। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि झारखंड के पलामू में पुलिस के साथ मुठभेड़ में गैंगस्टर अमन साव मारा गया।
आईएएनएस के अनुसार, रायपुर से रांची (झारखंड) ले जाते समय पुलिस मुठभेड़ में गैंगस्टर अमन साव मारा गया। वह भागने की कोशिश में मारा गया। घटनास्थल पर एंबुलेंस भेजी गई है। पुलिस आगे की जांच कर रही है। पलामू में गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर पर मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा, “मुझे जानकारी मिली है कि अमन साहू एनकाउंटर में मारा गया है। विस्तृत जानकारी का इंतजार है, लेकिन एक बात बिल्कुल स्पष्ट है- कानून का शासन कायम रहेगा।” एनकाउंटर पर जेएमएम विधायक हेमलाल मुर्मू ने कहा, “अगर हेमंत सोरेन की सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, तो यह एक महत्वपूर्ण कदम है।”
झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने गैंगस्टर अमन साव के एनकाउंटर पर कहा, “अपराधियों का यही हश्र होता है। अगर कोई अपराधी पुलिस पर गोली चलाएगा तो पुलिस चुप नहीं रहेगी, वह भी जवाबी कार्रवाई करेगी।” रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस कल ही उसे रिमांड पर रायपुर से झारखंड लेकर गई थी। रास्ते में पुलिस की जीप पलटने के बाद उसने भागने की कोशिश की और पुलिस की बंदूक छीनकर फायरिंग कर दी, जिससे एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में अमन साहू को मुठभेड़ में मार गिराया।
बता दें कि अमन साव पर 50 से अधिक मामले रांची सहित राज्य के अगल-अलग थानों में दर्ज थे। उसका गिरोह रांची के अलावा रामगढ़, चतरा, धनबाद, हजारीबाग, पलामू, लातेहार और बोकारो में रंगदारी मांगने के लिए सक्रिय रहा है। साव गिरोह कोल माइनिंग कंपनियों, कोयला व्यवसायी और ट्रांसपोर्टर, बिल्डर, ठेकेदार और कारोबारियों को रंगदारी के लिए निशाना बना रहा था।
रंगदारी न मिलने पर गिरोह के गुर्गे या तो उन कारोबारियों के दफ्तर पर फायरिंग कर धमकाते रहे हैं या फिर उनकी गोली मारकर हत्या कर रहे थे। पिछले छह महीने में रंगदारी मांगने व गोली चलाने के आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके थे। अमन गिरोह के खौफ से कई कारोबारियों ने अब घर से निकलना भी कम कर दिया था। उन्हें डर लगा रहता था कि कहीं उन पर कोई रंगदारी नहीं देने को लेकर फायरिंग ना कर दे।