नई दिल्ली। गुलाम नबी आजाद की विदाई समारोह में राज्यसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी जमकर तारीफ की थी। उनसे जुड़ी एक घटना को याद करके पीएम भावुक भी हो गए थे। पीएम मोदी ने आजाद को सैल्यूट किया था। बाद में गुलाम नबी आजाद भी भावुक हो गए थे। गुलाम नबी आजाद पार्टी के उन 23 नेताओं में प्रमुख चेहरा हैं जो संगठन चुनाव की मांग को लेकर मोर्चा खोल चुके हैं।
कुछ दिनों के अंतराल के बाद ही गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ की है और उनके सकरात्मक गुणों पर बात की है। उन्होंने पीएम मोदी को जमीन से जुड़ा हुआ नेता बताते हुए कहा है कि लोगों को उनसे सीखना चाहिए कि कामयाबी की बुलंदियों पर जाकर भी कैसे अपनी जड़ों को याद रखा जाता है। बहुत से लीडरों की बहुत सी बातें अच्छी लगती हैं।
मैं खुद गांव का हूं और बहुत फक्र होता है। हमारे पीएम मोदी भी कहते हैं गांव से हैं, कहते हैं कि बर्तन मांजता था, चाय बेचता था, निजी तौर पर हम उनके खिलाफ हैं, लेकिन जो अपनी असलियत नहीं छिपाते, यदि आपने अपनी असलियत छिपाई तो आप मशीनरी दुनिया में जी रहे होते हैं।