Goa Election 2022 : गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Elections) के पहले सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) को एक और बड़ा झटका लगा है। सूबे के कैबिनेट मंत्री व विधायक माइकल लोबो (Cabinet Minister Michael Lobo) ने मंत्री पद के साथ ही विधायक पद से भी त्यागपत्र (Resigns)दे दिया है।
Goa Election 2022 : गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Elections) के पहले सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) को एक और बड़ा झटका लगा है। सूबे के कैबिनेट मंत्री व विधायक माइकल लोबो (Cabinet Minister Michael Lobo) ने मंत्री पद के साथ ही विधायक पद से भी त्यागपत्र (Resigns)दे दिया है।
मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए लोबो ने आरोप लगाया कि भाजपा पूर्व सीएम दिवंगत मनोहर पर्रिकर (BJP Former CM Late Manohar Parrikar) की विरासत को भूल गई है। उनके समर्थक कार्यकर्ताओं को हाशिये पर ढकेला जा रहा है। इस्तीफा देने के बाद लोबो ने उम्मीद जताई कि गोवा के कलंगट विधान सभा क्षेत्र की जनता मेरे इस फैसले का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द अगले कदम के बारे में निर्णय करेंगे। लोबो ने कहा कि मेरी अन्य दलों के साथ बातचीत चल रही है। जिस तरह से व्यवहार हो रहा था उससे मैं दुखी हूं। पार्टी के कार्यकर्ता भी खुश नहीं हैं।
लोबो ने अपने फैसले के लिए केंद्र या राज्य के नेताओं को दोष नहीं दिया।उन्होंने कहा कि मैं अपने साथ हो रहे व्यवहार से परेशान था। जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की अनदेखी होती है। मैंने अपनी आंखों से देखा है, कानों से सुना है। पार्टी इतनी बड़ी हो गई है कि उसे अब जमीनी कार्यकर्ताओं के योगदान का कद्र नहीं है। कई लोग मेरे पास शिकायत करने आए थे। पार्टी में उतार-चढ़ाव होते हैं, लेकिन कार्यकर्ताओं की अनदेखी नहीं हो सकती है। लोबो ने कहा कि ये बातें मैं लंबे समय से कह रहा हूं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। लेकिन मुझे लगा कि हमें दरकिनार कर दिया गया है।
लोबो कई दलों से संपर्क में
लोबो ने कहा कि उनका भविष्य क्या है? इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है। लोबो, प्रमोद सावंत कैबिनेट के अधिक मुखर सदस्यों में से एक थे। इस्तीफा देने वाले तीसरे ईसाई विधायक हैं। उनका कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के निधन के बाद से पार्टी ने एक अलग मोड़ लिया है।