ज्ञान, शिक्षा और संतान के कारक गुरु ग्रह अपनी स्वराशि मीन में वक्री होने जा रहे है। गुरु ग्रह के वक्री होने से अन्य राशियों पर भी प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु ग्रह आगामी 29 जुलाई को अपनी स्वराशि में वक्री होने जा रहे हैं।
Guru Grah Vakri 2022 : ज्ञान, शिक्षा और संतान के कारक गुरु ग्रह अपनी स्वराशि मीन में वक्री होने जा रहे है। गुरु ग्रह के वक्री होने से अन्य राशियों पर भी प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु ग्रह आगामी 29 जुलाई को अपनी स्वराशि में वक्री होने जा रहे हैं। कुंडली में नौ ग्रहों में बृहस्पति देव देवताओं के गुरु माने जाते है। बृहस्पति देव नवग्रहों को उचित मार्गदर्शन करते है। वैदिक ज्योतिष में गुरु को सबसे शुभ ग्रह माना गया है। यह शुभ फल बढ़ाता है। यदि कुंडली में गुरु अच्छी स्थिति में है तो हर काम में व्यक्ति की किस्मत साथ देती है।सप्ताह में बृहस्पतिवार का दिन गुरु ग्रह को समर्पित है। इनका रंग पीला माना जाता है। रत्नों में पुखराज इनका शुभ रत्न है।
कर्क – ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु ग्रह (Guru Grah) इस राशि के नौवें भाव में वक्री होने वाले हैं. नवम भाव भाग्य और विदेश यात्रा को दर्शाता है। इस दौरान कर्क राशि से संबंधित लोगों को भाग्य का साथ मिल सकता है।
वृषभ – गुरु ग्रह इस राशि के 11वें भाव में वक्री होने वाले हैं। ऐसे में गुरु ग्रह के वक्री होने से आमदनी में इजाफा हो सकता है। साथ ही दैनिक आमदनी के नए स्रोत बनेंगे।
मिथुन – ज्योतिष के मुताबिक गुरु ग्रह इस राशि के दशम भाव में वक्री होने वाले हैं। दशम भाव नौकरी, बिजनेस और कार्यक्षेत्र को दर्शाता है। गुरु वक्री के दौरान नई नौकरी का प्रस्ताव मिल सकता है। बिजनेस में आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सकती है।