ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान सामने आए कथित शिवलिंग को लेकर अब मामला तूल पकड़ता जा रहा है। काशी के संत शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने अपने शिष्यों को आदेश दिया है कि 4 जून को ज्ञानवापी में मिले कथित शिवलिंग का जलाभिषेक किया जाएगा। इस आदेश के बाद अभिषेक की तैयारी शंकराचार्य स्वरूपानंद के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द ने शुरू कर दी है। 4 जून को सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर संतों का काफिला ज्ञानवापी की ओर बढे़गा। हालांकि प्रशासन ने आयोजन को कैंसिल कराने के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद बातचीत करनी शुरू कर दी है।
Gyanvapi Case : ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान सामने आए कथित शिवलिंग को लेकर अब मामला तूल पकड़ता जा रहा है। काशी के संत शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने अपने शिष्यों को आदेश दिया है कि 4 जून को ज्ञानवापी में मिले कथित शिवलिंग का जलाभिषेक किया जाएगा। इस आदेश के बाद अभिषेक की तैयारी शंकराचार्य स्वरूपानंद के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द ने शुरू कर दी है। 4 जून को सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर संतों का काफिला ज्ञानवापी की ओर बढे़गा। हालांकि प्रशासन ने आयोजन को कैंसिल कराने के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद बातचीत करनी शुरू कर दी है।
64 प्रकार की थाली सजाकर 64 तरीकों का अभिषेक किए जाने की तैयारी
वहीं स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द ने इस अभिषेक के लिए पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए शुभ नक्षत्र में संतों का काफिला निकलेना का निर्णय लिया गया है जो कि पुष्य नक्षत्र होगा यानी सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर ज्ञानवापी के लिए संत गंगा के रास्ते निकलेंगें। जिसमें पूरे 71 संत शामिल होंगे । 64 प्रकार की थाली सजाकर 64 तरीकों का अभिषेक किए जाने की तैयारी है।
एलान के बाद प्रशासनिक अमले में मचा हड़कम्प
अविमुक्तेश्वरा नंद ने बताया कि कार्यकम को लेकर प्रशासन उनके पास आना शुरू कर दिया है। उनका आयोजन को कैंसिल करवाने का दबाव है लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया है। उनका कहना है कि आयोजन कैंसिल नहीं हो सकता है। लेकिन अगर प्रशासन संख्या पर कुछ बात करना चाहता है तो वो की जा सकती है। इस कार्यक्रम के एलान के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कम्प मचा हुआ है।
प्रशासन के अधिकारी लगातार स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द से बातचीत कर इस आयोजन को कैंसिल करने के लिए कह रहे हैं। हालांकि संत भी अपनी बात पर अड़े हैं।