बिहार की नदियों के ताण्डव ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। हर तरफ पानी ही पानी ने दैनिक जीवन को प्रभावित कर दिया है।
मुजफफरपुर: बिहार की नदियों के ताण्डव ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है।हर तरफ पानी ही पानी ने दैनिक जीवन को प्रभावित कर दिया है। पानी अब गावों के अंदर तक पहुंच चुका है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बागमती नदी का जलस्तर कटौझा में खतरे के निशान से उपर है। वहीं गंडक नदी भी रेवा घाट में लाल निशान से उपर बह रही है। बूढी गंडक का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। मुजफ्फरपुर में बाढ़ ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।
बागमती तटबंध से विस्थापित गांव मधुवन प्रताप में करीब साठ घरों मे बाढ का पानी प्रवेश कर गया है। स्कूल परिसर भी डूब चुका है। मवेशी को निकालने की समस्या बनी हुई है।
बभनगावां पश्चिमी हरणी,बाड़ा , महुआरा, राघोपुर तरवन्ना, चहुंटा टोला भरथुआ टोला समेत सभी विस्थापित गांवों में पचास प्रतिशत घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। सोमवार की संध्या से बभनगामवां बांध पर सामुदायिक किचन शुरू कर दिया गया। 600 बाढ़ पीड़ितों ने किचेन में खान खाया है।