हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाएं भगवान को प्रसन्न कर अखंड सौभाग्य का वर मांगती है। उम्र में बड़े लोग सुहागिन महिलाओं को सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद देते है।
Hariyali Teej 2022 : हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाएं भगवान को प्रसन्न कर अखंड सौभाग्य का वर मांगती है। उम्र में बड़े लोग सुहागिन महिलाओं को सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद देते है। सुहागिन महिलाएं व्रत उपवास रखकर अपने सुहाग की रक्षा का वर मांगती है। सावन माह में हरियाली तीज का व्रत रखकर अखंड सौभाग्य और उत्तम संतान की प्राप्ति का वर मांगती है। प्रत्येक वर्ष सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है। इस दिन सुहागन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। हरियाली तीज व्रत के दिन सुहागिन महिलाएं शुभ समय में माता पार्वती, भगवान शिव और गणेश जी की पूजा करती हैं।
पौराणिक कथाओं के अनुसार,माता सती के आत्मदाह के बाद माता पार्वती ने जन्म लिया और भगवान शिव को पति स्वरूप पाने के लिए कई वर्षों तक कठोर व्रत और तप किया। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, माता पार्वती की मनोकामना श्रावण शुक्ल तृतीया तिथि को पूर्ण हुई, इस वजह से हर साल इस तिथि के दिन हरियाली तीज मनाई जाती है। आइए जानते हैं हरियाली तीज की तिथि, पूजा मुहूर्त आदि के बारे में।
हरियाली तीज 2022 तिथि
हिंदी पंचांग के अनुसार, इस वर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का प्रारंभ 31 जुलाई दिन रविवार को तड़के 02 बजकर 59 मिनट पर हो रहा है। यह तिथि अगले दिन 01 अगस्त सोमवार को प्रात: 04 बजकर 18 मिनट पर समाप्त हो रही है। ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के आधार पर हरियाली तीज 31 जुलाई को मनाई जाएगी।