हरतालिका तीज 2021: तीज शब्द की उत्पत्ति तृतीय शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है तीसरा। यह विशेष दिन मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों में विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाता है।
हरतालिका तीज 2021 तीन प्रमुख तीज त्योहारों में से एक महत्वपूर्ण त्योहार है। अन्य दो तीज हरियाली तीज (श्रवण मास) और कजरिया तीज (भाद्रपद) हैं। यह शुभ दिन भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दौरान आता है। इस वर्ष यह शुभ दिन 9 सितंबर 2021, गुरुवार को मनाया जाएगा।
तीज शब्द की उत्पत्ति तृतीय शब्द से हुई है, जिसका अर्थ होता है तीसरा। यह विशेष दिन मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों में विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाता है।
हरतालिका तीज 2021: तिथि और शुभ मुहूर्त
दिनांक: 9 सितंबर, गुरुवार
शुभ तिथि प्रारंभ: 2:33 पूर्वाह्न, 9 सितंबर
शुभ तिथि समाप्त: 12:18 पूर्वाह्न, 10 सितंबर
हरतालिका तीज 2021: पूजा का समय
महिलाएं सुबह या शाम को पूजा कर सकती हैं।
प्रथम काल पूजा मुहूर्त – सुबह 6:03 AM to 8:33 AM तक
प्रदोष काल – शाम 6:33 PM to 8:51 PM तक
हरतालिका तीज 2021: महत्व
हरतालिका संस्कृत के दो शब्दों हरात (अपहरण) और आलिका (मित्र) से मिलकर बनी है। अपहरण शब्द को शाब्दिक अर्थ में नहीं लिया जाना चाहिए, क्योंकि इसका गहरा अर्थ और उद्देश्य है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी पार्वती भगवान शिव से शादी करना चाहती थीं, हालांकि, उनके पिता ने यह नहीं माना, बल्कि भगवान विष्णु के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। यह सुनकर देवी पार्वती ने घने जंगल में एक सुनसान जगह में छिपने के लिए अपनी सहेली की मदद मांगी। इस प्रकार, उसकी सहेली ने उसके बचाव में मदद की और अंततः देवी पार्वती ने गहन तपस्या करके भगवान शिव को प्रसन्न करने में सक्षम थी।
तब से, इस तिथि पर, विवाहित महिलाएं भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं और सुखी और समृद्ध वैवाहिक जीवन के लिए उनका आशीर्वाद मांगती हैं। साथ ही इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की मिट्टी की मूर्तियां तैयार करती हैं।