हरियाणा (Haryana) के फरीदाबाद जिले (Faridabad District) में ओलंपिक खेलों (Olympic Games) की तैयारी कर रहे एक युवा एथलीट (Young Athlete) की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या (Brutal Murder) कर दी गई है। मृतक युवक खेल प्रतियोगिताओं में (Sports Competitions) 200 से अधिक मेडल जीत चुका था। परिजनों का आरोप है की खेल प्रतियोगिताओं (Sports Competitions) में लगातार उभरने के चलते उसकी हत्या की गई है। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फरीदाबाद। हरियाणा (Haryana) के फरीदाबाद जिले (Faridabad District) में ओलंपिक खेलों (Olympic Games) की तैयारी कर रहे एक युवा एथलीट (Young Athlete) की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या (Brutal Murder) कर दी गई है। मृतक युवक खेल प्रतियोगिताओं में (Sports Competitions) 200 से अधिक मेडल जीत चुका था। परिजनों का आरोप है की खेल प्रतियोगिताओं (Sports Competitions) में लगातार उभरने के चलते उसकी हत्या की गई है। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि फरीदाबाद (Faridabad) के सेक्टर-12 खेल परिसर (Sector-12 Sports Complex) से प्रेक्टिस कर अपने घर जा रहे 16 वर्षीय प्रियांशु कि कुछ अज्ञात हमलावरों ने चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी। हालांकि फिलहाल अभी हत्या करने के कारणों का पता नहीं लग पाया है । पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है।
बताया जा रहा है कि फरीदाबाद (Faridabad) की संजय कॉलोनी में रहने वाला प्रियांशु रोज (Priyanshu Rose) की तरह फरीदाबाद के सेक्टर-12 खेल परिसर (Sector-12 Sports Complex) में अपनी प्रेक्टिस कर के घर जा रहा था । तभी सेक्टर 12 के समीप कुछ लोगों के द्वारा प्रियांशु पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया गया जिसमें प्रियांशु की मौत हो गई। प्रियांशु रोज (Priyanshu Rose) एक उभरता हुआ खिलाड़ी था जो ओलंपिक की तैयारियों में जी जान से जुड़ा हुआ था। इससे पहले प्रियांशु रोज (Priyanshu Rose) ने लगभग 200 प्रतियोगिताओं में मेडल प्राप्त कर अपने परिवार और फरीदाबाद का नाम रोशन किया था।
वहीं परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या लगातार मेडल जीतने का भी कारण हो सकती है। क्योंकि उसके खिलाड़ी साथी उसके इस बात से उससे जलने लगे थे। हालांकि फिलहाल पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश करनी शुरू कर दी है।
फरीदाबाद (Faridabad) के पॉश इलाके में हुई इस खिलाड़ी की हत्या के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। वहीं लोग पूछ रहे हैं कि अक्सर सेवा सुरक्षा सहयोग का नारा देने वाली पुलिस कि गश्त देने वाली वह गाड़ियां आखिर उस समय कहां चली गई जब इस युवक पर बेरहमी से चाकू के हमले किए जा रहे थे।