Health Index: नीति आयोग ने 2019-20 के लिए सालाना हेल्थ इंडेक्स (health index) को जारी किया है। इस इंडेक्स में देश के राज्यों में स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बताया गया है। साथ ही 19 बड़े राज्यों की सूची जारी की गई है, जिसमें केरल (Kerala) सबसे टॉप पर है। वहीं, उत्तर प्रदेश इस सूची में सबसे नीचले स्तर पर है। नीति आयोग की इस रिपोर्ट के बाद उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) के दावों की पोल खुल गई।
Health Index: नीति आयोग ने 2019-20 के लिए सालाना हेल्थ इंडेक्स (health index) को जारी किया है। इस इंडेक्स में देश के राज्यों में स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बताया गया है। साथ ही 19 बड़े राज्यों की सूची जारी की गई है, जिसमें केरल (Kerala) सबसे टॉप पर है। वहीं, उत्तर प्रदेश इस सूची में सबसे नीचले स्तर पर है। नीति आयोग की इस रिपोर्ट के बाद उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) के दावों की पोल खुल गई।
दरअसल, यूपी सरकार (UP government) लगातार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का दावा कर रही है लेकिन नीति आयोग (NITI Aayog) की स्वास्थ्य सुविधाओं (health facilities) की रिपोर्ट में इस दावे की हवा निकल गई है। नीति आयोग (NITI Aayog) के हेल्थ इंडेक्स में केरल पहले स्थान पर है, जबकि दूसरे स्थान पर तमिलनाडु और तीसरे स्थान पर तेलंगाना है। वहीं, उत्तर प्रदेश की रैकिंग में भले ही सुधार हुआ हो लेकिन स्कोर के मामले में यूपी ने सबसे ज्यादा सुधार किया है।
2018-19 में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का स्कोर 25.06 था, जबकि 2019 -20 में ये 30.57 रहा है। इसमें 5.52 का बदलाव हुआ है। दूसरे नंबर पर जिस राज्य के स्कोर में ज्यादा बदलाव हुआ है, उसमें असम है। असम ने 4.34 के बदलाव के साथ इस साल 47.74 स्कोर किया है।
वहीं तेलंगाना ने भी स्कोर में 4.22 का सुधार किया है। बता दें कि, रिपोर्ट को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और विश्व बैंक से तकनीकी सहायता के सहयोग से संकलित किया गया है। नीति आयोग ने अपनी वेबसाइट पर उल्लेख किया है कि भारत ने पिछले दशकों में महत्वपूर्ण आर्थिक विकास का अनुभव किया है, लेकिन जनसंख्या स्वास्थ्य में हमारी उपलब्धियों ने गति नहीं रखी है।