वनस्पतियां जीवनशैली को समृद्ध करती है। आयुर्वेद में जड़ी बूटियों के माध्यम से जीवन का नैसर्गिक आनन्द पाया जा सकता है।
Herbs Astrology : वनस्पतियां जीवनशैली को समृद्ध करती है। आयुर्वेद में जड़ी बूटियों के माध्यम से जीवन का नैसर्गिक आनन्द पाया जा सकता है। वनस्पतियों और राशि चक्र के बीच मजबूत संबंध हैं। इसी प्रकार जड़ी बूटियों से ज्योतिषीय उपचार भी सफलतापूर्वक हो सकता है। कुंडली में प्रतिकूल ग्रहों को अनुकूल परिणाम देने के लिए कुछ विशेष जड़ी बूटियों का जिक्र ज्योतीषीय उपचारों में आता है। इसके विपरीत रत्न और आभूषण बहुत कीमती होते है । सब लोग मूल्यवान रत्न धारण नहीं कर सकते है। ज्योतिष में अनेक जड़ी बूटियों के बारे में बताया गया है, जिसका संबंध नौ ग्रहों से होता है। आइये जानते है उनके बारे में।
1.कुंडली में सूर्य के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए ज्योतिष विशेषज्ञ माणिक्य रत्न धारण करने की सलाह देते हैं, लेकिन अगर आप ये रत्न खरीदने में सक्षम नहीं हैं तो बेल के पेड़ की जड़ को लाल कपड़े में बांधे और इसका पूजन करें। इस जड़ को धारण कर लें। ये भी माणिक्य का ही काम करेगी।
2.मंगल के शुभ फल प्राप्त करने के लिए अनंतमूल की जड़ को मंगलवार के दिन लाल कपड़े में बांधकर धारण करें। इसे मूंगे के विकल्प के तौर पर देखा जाता है।
3.गूलर के पेड़ की जड़ को शुक्र ग्रह के शुभ प्रभाव पाने के लिए उपयुक्त माना जाता है। ये हीरे के समान फलदायी होती है। अगर आप हीरा नहीं पहन सकते तो इस जड़ को शुक्रवार के दिन धारण करें।
4.शनि ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए शमी की जड़ को नीले कपड़े में बांधकर इस्तेमाल करना चाहिए। शनि का रत्न नीलम होता है।
5.सफेद चंदन के टुकड़े को नीले कपड़े में बांधकर बुधवार के दिन धारण करें।