यूपी के स्वास्थ्य विभाग में शासन की नीतियों और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्णयों को दरकिनार प्रदेश में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की धड़ल्ले से तैनाती की जा रही है। यूपी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए बनाए गए नियमों को स्वास्थ्य विभाग अनदेखा कर 'पिक एंड चूज' नीति को अपना रहा है।
लखनऊ। यूपी के स्वास्थ्य विभाग में शासन की नीतियों और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्णयों को दरकिनार प्रदेश में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की धड़ल्ले से तैनाती की जा रही है। यूपी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए बनाए गए नियमों को स्वास्थ्य विभाग अनदेखा कर ‘पिक एंड चूज’ नीति को अपना रहा है।
जबकि पूर्व में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने वरिष्ठता और उपयुक्तता को मनमाने ढंग से नकारते हुए ‘पिक एंड चूज’ नीति को संविधान के अनुच्छेद 14 और 16(1) का उल्लंघन करार दे चुका है। इसके बाद तत्कालीन मुख्य सचिव मृत्युंजय नारायण ने 14 जून 2011 को मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर एक आदेश जारी किया था, जिसमें उक्त पदों पर तैनाती के लिए ज्येष्ठता/ श्रेष्ठता और उपयुक्तता का मानक तय किया गया था। हालांकि, मौजूदा समय में हो रहे मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की तैनाती में इन सबकी अनदेखी की जा रही है और मुंहमांगी रकम देने वाले मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की जिलों में धड़ल्ले से तैनाती की जा रही है।
यूपी के स्वास्थ्य विभाग के ट्रांसफर-पोस्टिंग में हो रहा खेल । योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति पर भ्रष्टाचारी भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। यूपी के स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचारी दीमक की तरह प्रवेश कर चुके हैं। इसकी वजह से उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग अब खुद ही बीमार हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों की मिली भगत से स्वास्थ्य विभाग का ये माफिया अपने पूरे सिंडिकेट को चला रहे हैं। भ्रष्टाचार व घोटालों के तमाम आरोपों में घिरे समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव के हाथ में स्वास्थ्य विभाग की पूरी कमान है। जबकि मुकेश श्रीवास्तव विजिलेंस और ईडी की जांच के घेरे में है। CMO की ट्रांसफर पोस्टिंग से लेकर सप्लाई का बड़ा खेल मुकेश श्रीवास्तव खेल रहा है। यूपी का स्वास्थ्य विभाग ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को पूरा काम सौंपकर साफ कर दिया है कि नियम और शर्तें सिर्फ कागजों में ही बनते हैं जबकि इसकी विपरीत स्वास्थ्य माफिया मुकेश श्रीवास्तव जैसे लोग पूरे सिस्टम को संचालित करते हैं।
मुकेश श्रीवास्तव स्वास्थ्य विभाग में अहम किरदार बन चुका है और ये सीएमओ को उनके चहेती जगहों पर तैनाती दिलाने का काम कर रहा है। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में चल रहे कारनामें अब उजागर होने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग सीएमओ के अलावा विभाग की अन्य दूसरी पदों के ट्रांसफर पोस्टिंग में पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव का अहम रोल सामने आया है। पिछली सरकारों से लेकर अब तक मुकेश श्रीवास्तव सिक्का स्वास्थ्य विभाग की ट्रांफसर पोस्टिंग में घड़ल्ले से चल रहा है।