भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी (Terrorists) पाकिस्तान (Pakistan) में मारा गया है। हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के टॉप कमांडर बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम (Top Commander Bashir Ahmad Peer alias Imtiaz Alam) की बीते सोमवार शाम रावलपिंडी (Rawalpindi) में एक दुकान के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
श्रीनगर। भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी (Terrorists) पाकिस्तान (Pakistan) में मारा गया है। हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के टॉप कमांडर बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम (Top Commander Bashir Ahmad Peer alias Imtiaz Alam) की बीते सोमवार शाम रावलपिंडी (Rawalpindi) में एक दुकान के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पीर को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में घुसपैठ के लिए आतंकवादियों को भेजने और रसद सहायता प्रदान करने में उसकी भूमिका के लिए पिछले साल अक्टूबर में केंद्र सरकार ने उसे मोस्ट वांटेड आतंकवादी (most wanted terrorist)घोषित किया था।
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कुपवाड़ा जिले (Kupwara District) के बाबापोरा, अलोसा गांव का रहने वाला पीर एक कट्टर आतंकवादी कमांडर था, जिसने दो दशक पहले अपना ठिकाना पाकिस्तान (Pakistan) में स्थानांतरित कर लिया था। उसे हिजबुल चीफ सैयद सलाहुद्दीन (Hizbul Chief Syed Salahuddin) का करीबी माना जाता था। पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारियों ने सोमवार शाम पीर पर करीब से गोलियां चलाईं। जब उसे निशाना बनाया गया तब वह रावलपिंडी (Rawalpindi) में एक दुकान के बाहर खड़ा था। रिपोर्टों के अनुसार, पीर, जो पाकिस्तान (Pakistan) में हिजबुल का लॉन्चिंग कमांडर था, कश्मीर में घुसपैठ कराने, हथियार और गोला-बारूद भेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था।
गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत उसे आतंकवादी के रूप में नामित करते हुए, केंद्र ने पीर का पाकिस्तानी कम्प्यूटरीकृत राष्ट्रीय पहचान पत्र संख्या 82203.7942470.9 भी जारी किया था। केंद्र की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, पीर हिज्बुल मुजाहिदीन (Pir Hizbul Mujahideen) , लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) और अन्य आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों के विस्तार के लिए पूर्व आतंकवादियों और अन्य को एकजुट करने को लेकर कई ऑनलाइन प्रचार समूहों से जुड़ा था। यह एक टारगेटेड हमला प्रतीत होता है। रावलपिंडी (Rawalpindi) में पीर की हत्या को हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है और यह सैयद सलाहुद्दीन (Syed Salahuddin) और पाकिस्तान में स्थित अन्य हिजबुल कमांडरों (Hizbul Commanders) के लिए एक संदेश हो सकता है।