कुछ देर इस अवस्था में रहने के बाद आप दुबारा से पेट के बल लेट जाएं। इस आसान को कर लेने से आपकी सांस लेने में आ रही तकलीफ के साथ-साथ डिप्रैशन, अस्थमा और तनाव जैसी तमाम समस्याएं भी दूर हो जाती हैं।
नई दिल्ली: कोरोना के चलते ऑक्सीज़न की कमी के कारण सांस लेने की समस्या बढ़ती जा रही है असल में सांस फूलना या फिर ठीक से सांस नहीं ले पाने की समस्या आजकल काफी ज्यादा बढ़ गयी है जो देखा जाए तो एलर्जी, संक्रमण और दिनों-दिन बढ़ रहे प्रदूषण के कारण हो सकती हैं। ऐसे में यदि आप खुद भी सांस ना ले पाने की समस्या से जूझ रहे है तो आपको बात दें की आप के लिए यह खबर काफी ज्यादा फायदे की है।
अगर आपको भी सांस लेने में तकलाफ हो रही है तो आपको कुछ योगासन करना चाहिए जिसकी मदद से आप निश्चित तौर पर इस समस्या से छुटकारा पा सकते है साथ ही साथ आपकी और भी कई छोटी-मोती समस्या भी समाप्त हो जाएगी।
लखनऊ: भुजंगासन करने के लिए पहले आप पेट के बल सीधा लेटकर अपने दोनों हाथों को माथे के नीचे टिका लेना है और फिर पैरों के पंजों को एकसाथ रखें। आपको बताना चाहेंगे की इसके बाजूओं के बीच बराबर अंतर रखते हुए माथे को अपने सामने की ओर देखते हुए उठाएं और फिर उसके बाद शरीर के आगे वाले हिस्से को अपने बाजूओं के सहारे उठाएं।
कुछ देर इस अवस्था में रहने के बाद आप दुबारा से पेट के बल लेट जाएं। इस आसान को कर लेने से आपकी सांस लेने में आ रही तकलीफ के साथ-साथ डिप्रैशन, अस्थमा और तनाव जैसी तमाम समस्याएं भी दूर हो जाती हैं।
इसके बाद आप चाहें तो अनुलोम-विलोम भी कर सकते है जो योग मे सबसे ज्यादा प्रचलित योगा है। बता दें की इस आसन को करने के लिए आपको किसी शांत स्थान पर या फिर एकदम सामान्य अवस्था में बैठना है और अपने दाएं हाथ के अंगूठे से दाएं हाथ की नाक के छिद्र को बंद कर लेना है और फिर दूसरे नाक के छिद्र से सांस ले और छोंड़े। इसके बाद यही प्रक्रिया आपको अपने बाएं हाथ के अंगूठे से बाएं हाथ की नाक के छिद्र को बंद कर दोहराना है।
यदि आप दिनभर में 2 बार इस योगासान को नियमित रूप से कर लेते है तो आपको बता दें की सांस लेने में जो भी तकलीफ आ रही है वो दूर हो जाती हैं।
आप चाहें तो पर्वतासन योग भी कर सकते है, इस योग को करने के लिए सबसे पहले तो आपको सीधे खड़े होकर धीरे-धीरे आगे की ओर झुकना है और दोनों हथेलियों को जमीन पर रख लेना है। इस बात का पूरा ध्यान रहे कि आपके हाथों और पैरों के बीच तकरीबन 4 से5 फीट का अंतर हो।
करीब 5 मिनट तक इसी स्थिति में रहने के बाद आप वापिस से सामान्य स्थिति में आ जाइए। इस योग आसन को करने से आपकी सांस लेने में तकलीफ की समस्या को साथ-साथ अस्थमा और फेफड़ों की समस्या भी दूर होती हैं।