किसी तरह के सप्लीमेंट लेने से पहले ये जाने की आपके शरीर को कितनी मात्रा में विटामिन डी की जरुरत है।जरुरत से ज्यादा विटामिन डी का सेवन करने से शरीर में हाइपरविटामिनोसिस हो जाता है।जिसमें शरीर में कैल्शियम की मात्रा अधिक होने लगती है। जो शरीर के लिए खतरनाक होता है।
Vitamin D Deficiency: शरीर में विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में होना आवश्यक है। विटामिन डी का सबसे अच्छा सोर्स सूरज की किरणों को माना जाता है। सूरज से निकलने वाली किरणों में विटामिन डी मौजूद होती है। जिन लोगो को हड्डियों में दर्द की दिक्कत रहती है उन्हें विटामिन डी (Vitamin D) के सप्लीमेंट लेना शुरु कर देते है।
किसी तरह के सप्लीमेंट लेने से पहले ये जाने की आपके शरीर को कितनी मात्रा में विटामिन डी (Vitamin D) की जरुरत है।जरुरत से ज्यादा विटामिन डी का सेवन करने से शरीर में हाइपरविटामिनोसिस हो जाता है।जिसमें शरीर में कैल्शियम की मात्रा अधिक होने लगती है। जो शरीर के लिए खतरनाक होता है।
एक साल से लेकर 60 साल तक के लोगो को 600 आईयू विटामिन डी की जरुरत होता है। जबकि 60 साल के ऊपर के लोगो को 800 आईयू विटामिन डी (Vitamin D) लेना चाहिए। एक साल से छोटे बच्चों के लिए डेली 400 इंटरनेशनल यूनिट विटामिन डी जरुरी है।’
विटामिन डी (Vitamin D) की कमी होने से ये दिक्कतें हो सकती है
शरीर में विटामिन डी (Vitamin D) की कमी होने पर हड्डियों में दर्द की दिक्कत हो सकती है।
विटामिन डी (Vitamin D) की कमी होने से मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
शरीर में विटामिन डी (Vitamin D) की मात्रा कमी होने पर थकावट अधिक लगने लगती है।
इसके अलावा विटामिन डी (Vitamin D) की कमी से हेयरफॉल, इम्युनिटी कमजोर होना और कोशिकाओ का विकास रुकने जैसी दिक्कतें हो सकती है।